यूपी में गोंडा के टीचर रवि को मिलेगा आईसीटी नेशनल अवार्ड
हिन्दुस्तान संवाद,कर्नलगंज (गोंडा) । स्मार्ट स्कूल धौरहरा के प्रधानाध्यापक रवि प्रताप सिंह को आईसीटी नेशनल अवार्ड के लिए चुना गया है। पूरे भारत से 43 अध्यापकों को चुना गया है। प्रदेश से कुल तीन अध्यापकों को चयनित किया गया है।
21 नवम्बर को यह अवार्ड दिल्ली में प्रदान किया जाएगा। भारत सरकार के सचिव ने इसके रिजल्ट की घोषणा के साथ उत्तर प्रदेश के प्रमुख सचिव को पत्र लिखकर अध्यापकों को आमंत्रित किया है।
क्या होता है शिक्षा में आईसीटी
क्लास रूम में पढ़ाते समय इसके प्रयोग से शिक्षण कार्य और बच्चों की समझ प्रभावी हो जाती है। इसमें तीन शब्द हैं सूचना, संचार और प्रौद्योगिकी। तीनों का समावेश आवश्यक है।
धौरहरा की आईसीटी है सबसे बेहतर
आदर्श अध्यापक रवि प्रताप सिंह कहते हैं कि 2013 से ही स्कूल में आईसीटी का प्रयोग शुरू कर दिया था। इस स्कूल में छात्रों को आईसीटी बेस्ड प्रोजेक्ट दिए जाते हैं। आज यह स्कूल उत्तर प्रदेश का पहला डिजिटल स्कूल बन चुका है। छात्रों को इसके माध्यम से कविताएं, कई सारे प्रोजेक्ट सिखाये जा रहे हैं।
धौरहरा प्रदेश का पहला डिजिटल स्कूल प्राइमरी स्कूल धौरहरा प्रदेश का पहला सरकारी डिजिटल स्कूल है। यहां के प्रधान रामकुमार गुप्ता और अध्यक्ष नकछेद कहते हैं कि हमारा स्कूल सबसे अच्छा है।
नेशनल अवार्ड का कैसे होता है चयन
रवि बताते हैं जो स्कूल इसका प्रयोग करते हैं उसके लिए उनका नाम जनपद से राज्य को भेजा जाता है। प्रदेश स्तर पर इसके लिए प्रजेंटेशन, काम, डिस्कसन और इंटरव्यू सबका अंक निर्धारित है। अच्छे अंक पाने वाले शिक्षकों का नाम दिल्ली भेजा जाता है। दिल्ली में 4 दिनों तक प्रजेंटेशन, पैनल डिस्कसन, ग्रुप डिस्कसन और इंटरव्यू होता है। इस अवार्ड में शिक्षकों के काम को बहुत बेहतर तरीके से आंका जाता है। अपने काम का राइट अप भी देना होता है।
भारत सरकार बनवायेगी धौरहरा की डॉक्यूमेंट्री
इस पुरस्कार में चयन होने के कारण भारत सरकार देश के सामने धौरहरा की डॉक्यूमेंट्री फ़िल्म प्रस्तुत करेगी। इसके लिए दिल्ली से एक दल जल्द ही धौरहरा आ रहा है। इस डाक्यूमेंट्री को पूरे देश में दिखाया जाएगा जिससे और स्कूल और देश के लोग प्रेरित हो सकें।
अधिकारी बोले
बीएसए मनीराम सिंह फूले नहीं समा रहे हैं। कहा, जैसे ही रिजल्ट देखने को मिला है सीना चौड़ा हो गया है।