मिड डे मील के खाली बोरों का हिसाब रखेंगे शिक्षक
हिन्दुस्तान टीम,फतेहपुर । परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों को अब मिड डे मील के अन्तर्गत आने वाले राशन से खाली हुए बोरों का हिसाब किताब रखना पड़ेगा। एमडीएम प्राधिकरण ने सभी बीएसए को पत्र जारी कर दिशा निर्देश जारी किए हैं। खाली बोरों की गणना एवं इससे होने वाली आय के व्यय के लिए एक अलग पंजिका बनाई जाएगी। खाली बोरों से प्राप्त आय को खर्च करने के लिए भी नियम बताए गए हैं।
एमडीएम प्राधिकरण ने सभी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों से कहा है कि एमडीएम योजना के अन्तर्गत आपूर्ति किए जाने वाले अनाज के खाली बोरों के बेहतर उपयोग के लिए भारत सरकार द्वारा दी गई गाइडलाइन का पालन किया जाए। केन्द्र सरकार द्वारा 2004 में दिए गए नियम का हवाला देते हुए प्राधिकरण ने स्पष्ट किया है कि खाली बोरों की गणना एवं वित्तीय खर्च का अंकन स्कूल स्तर पर अलग से पंजिका बनाकर किया जाएगा। प्राधिकरण ने खाली बोरों को बेचने एवं उससे प्राप्त धनराशि के उपयोग का निर्णय स्कूल प्रबंध समिति द्वारा किए जाने के निर्देश दिए हैं। कहा गया है कि सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दे दिए जाएं। वित्तीय नियमों का पालन करते हुए इस व्यवस्था का पालन कराने की जिम्मेदारी खंड शिक्षा अधिकारियों को सौंपी गई है।