मऊ : विवादित जवाबों ने दिया टीईटी पास करने का मौका
जागरण संवाददाता, मऊ : उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा प्राथमिक स्तर एवं जूनियर में कई सवालों के विवादित जवाब को लेकर जहां अभ्यर्थियों की आपत्तियां सामने आने लगी हैं, वहीं ऐसे हजारों अभ्यर्थी हैं जो सवालों के विवाद में ही अपना भविष्य भी तलाश रहे हैं। ऐसे सैकड़ों अभ्यर्थी हैं जो यह मानते हैं कि परीक्षा नियामक संस्था ने लचीला रुख अख्तियार किया तो 88 और 89 अंक पाकर टीईटी परीक्षा उत्तीर्ण होने से वंचित छात्र भी टीईटी उत्तीर्ण करने का लक्ष्य पूरा कर लेंगे।
को¨चग संस्था के संचालक मुहम्मदाबाद गोहना के जेपी पांडेय ने कहा कि परीक्षा में पूछे गए कई सवालों के सरकारी जवाब पर उठे सवाल सही हैं। ऐसे में परीक्षा नियामक संस्था को तीन से चार अंक तक लाभ अभ्यर्थियों को देना पड़ सकता है। टीईटी आंसर की जारी होने के साथ ही कई प्रश्नों के जवाब पर अभ्यर्थियों ने आपत्ति किया है। प्रतियोगियों ने परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय में साक्ष्य सहित आपत्तियां दर्ज करा दी हैं। समावेशी कक्षा में किस प्रकार के छात्र-छात्राएं शामिल होते हैं, इस सवाल के जवाब में आयोग ने केवल विशिष्ट छात्र दिया है, जबकि टीईटी अभ्यर्थियों का कहना है कि इसका उत्तर सामान्य और विशिष्ट छात्र होगा। इसी तरह शिक्षण सूत्र के सवाल पर भी अभ्यर्थियों ने जवाब को लेकर उंगली उठाया है। टीईटी के एक अभ्यर्थी संतराज त्रिपाठी ने बताया कि 30 नवंबर को आपत्तियों के निस्तारण के बाद आयोग संशोधित आंसरशीट जारी कर सकता है। टीईटी परीक्षा में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों की निगाहें बेसब्री से इसकी प्रतीक्षा में हैं।
paper bnate h ki nautanki krte h ye sb , bccho k future k sath khilwad Krna inki purani aadat hai
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