बच्चों ने गांव में गौरेया के बसेरा की जानी स्थिति
दातागंज के पूर्व माध्यमिक विद्यालय रायपुर के बच्चों ने गौरैया के बसरो पर ग्रामीणों से जानकारी ली।...
बदायूं : राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस के तहत विकास क्षेत्र दातागंज के पूर्व माध्यमिक विद्यालय रायपुर धीरपुर के छात्र-छात्राओं ने अपने प्रोजेक्ट को लेकर गांव में सर्वे किया। ग्रामीणों से चिड़िया गौरेया की स्थिति जानी। ग्रामीणों ने बताया कि पुराने समय में गौरैया हमारे घर, खेत-खलिहान, बाग-बगीचों में चहचहाती थीं जो आज हमारे आंगन से गायब हो गई हैं। बुजुर्ग राममूर्ति लाल ने बताया कि शास्त्रों में इस बात का वर्णन किया गया है कि कुंती के महल में भी गौरेया का घोसला था। आधुनिकता के दौर में हम अपनी संस्कृति को भूलने के साथ पशु-पक्षियों को भी भूलते जा रहे हैं। प्रधानाध्यापक हरिश्चंद सक्सेना ने बताया कि त्रेता युग में राजा दशरथ के घर पर भी पक्षियों के घोसले थे। शिप्रा आर्य, खुशी राम, सचिन, भारती शाक्य, स्वाति, निशा मसीह, ¨रकी शाक्य आदि उपस्थित रहे।