भवन बनाना गए भूल, पेड़ की छांव में चले स्कूल
बलरामपुर : शिक्षा क्षेत्र रेहराबाजार के सहजौरा गांव स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय का...
बलरामपुर :
शिक्षा क्षेत्र रेहराबाजार के सहजौरा गांव स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय का भवन तीन साल बाद भी अधूरा है। भवन निर्माण पूरा न होने से विद्यार्थी खुले आसमान के नीचे पेड़ की छांव में शिक्षा ग्रहण करने को मजबूर हैं। यही नहीं, विद्यालय में 115 छात्र-छात्राएं पंजीकृत हैं, जिन्हें पढ़ाने के लिए स्थाई शिक्षक की तैनाती नहीं है। राजकीय इंटर कॉलेज इटईरामपुर के शिक्षक उमेश पांडेय को यहां संबद्ध किया गया है। जिन पर कक्षा नौ व दस के सभी विषयों की पढ़ाई का जिम्मा है। ऐसे में विद्यार्थियों को समुचित शिक्षा नहीं मिल पा रही है। भुगतान न होने से भवन अधूरा :-वर्ष 2016-17 में उच्च प्राथमिक विद्यालय सहजौरा में राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय की पढ़ाई शुरू हुई। इसी वर्ष 65 लाख रुपये की लागत से विद्यालय भवन का निर्माण शुरू हुआ। कार्यदायी संस्था को 21 लाख रुपये का भुगतान हुआ। जिससे विद्यालय भवन की दीवार तो खड़ी कर निर्माण रोक दिया गया। दूसरी किश्त न मिलने से भवन निर्माण ठप हो गया। आलम यह है कि आज भी उच्च प्राथमिक विद्यालय परिसर में बच्चों को पेड़ की छांव में बैठकर पढ़ाई करती पड़ती है। बारिश के दिनों में यहां शिक्षण कार्य पूरी तरह बंद हो जाता है। 115 बच्चों की शिक्षा अधर में :
-राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय सहजौरा में 115 बच्चे पंजीकृत हैं। इनमें से 90 छात्र-छात्राएं कक्षा नौ में व 25 दसवीं में हैं। इन्हें ¨हदी, गणित, अंग्रेजी, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान समेत अन्य विषयों को पढ़ाने के लिए शिक्षक नहीं हैं। राजकीय इंटर कॉलेज इटईरामपुर के अध्यापक उमेश पांडेय को यहां संबद्ध किया गया है। जो किसी तरह विद्यार्थियों को सभी विषयों की जानकारी दे रहे हैं।
जिम्मेदार के बोल :-जिला विद्यालय निरीक्षक महेंद्र कुमार कनौजिया का कहना है कि जल्द ही भवन निर्माण की प्रक्रिया शुरू कराई जाएगी। बच्चों की शिक्षा बाधित न हो, इसके लिए शिक्षकों की तैनाती की जाएगी।