गुरुजी की मेहनत से चमका सरकारी स्कूल
सिकंद्राबाद (लखीमपुर): लगन हो तो कुछ भी असंभव नहीं है। मितौली ब्लाक के रहमतपुर स्थित सरका...
सिकंद्राबाद (लखीमपुर): लगन हो तो कुछ भी असंभव नहीं है। मितौली ब्लाक के रहमतपुर स्थित सरकारी स्कूल को यहां के अध्यापक ने अपनी मेहनत के बल पर कान्वेंट स्कूल जैसा बना दिया। साज सज्जा व साफ-सफाई के साथ-साथ इस स्कूल के सहन में लगे में तरह-तरह के पेड़ पौधे किसी बगीचे में होने का एहसास कराते हैं।
सरकारी स्कूल का नाम आए तो एकबारगी बिगड़े हालात और दुर्दशा के शिकार स्कूलों की तस्वीर ही •ाहन में उभरती है, लेकिन पिछले कुछ समय से इन स्कूलों में बदलाव के संकेत देखने को मिल रहे हैं। स्कूलों की दशा सुधारने के सरकारी प्रयासों के बीच कुछ अध्यापकों ने अपनी लगन और मेहनत से अपने स्कूल को कान्वेंट स्कूल जैसा बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। ऐसा ही एक स्कूल मितौली ब्लाक के रहमतपुर गांव में देखने को मिला। यहां के हेडमास्टर सहबुल्ला खां की स्कूल को स्वच्छ और सुंदर बनाने की लगन ने कुछ ही दिनों में स्कूल की सूरत ही बदल दी। स्कूल भवन की रंगाई पुताई बेहतर ढंग की गई। बच्चों के बैठने के लिए अध्यापक ने अपने निजी पैसे से बेंचों की व्यवस्था की। पढ़ाई पर गुरुजी का विशेष ध्यान रहता है। यही वजह है कि स्कूल में 150 बच्चे पढ़ने आते हैं। समय-समय पर अभिभावकों को प्रेरित कर बच्चों को स्कूल तक लाने का प्रयास गुरूजी करते रहते हैं
किचन गार्डन ने बढ़ाई स्कूल की खूबसूरती
स्कूल में हर रो•ा भोजन बनाने के लिए विभिन्न प्रकार की सब्जियों की आवश्यकता को देखते हुए अध्यापक ने स्कूल में ही एक छोटा सा किचन गार्डन बनाया है। इस गार्डन को चारों तरफ से बाउंड्री वॉल से बंद किया गया है। किचन गार्डन में तरह-तरह की सब्जियां उगाई गईं हैं।
स्कूल परिसर बना खूबसूरत बगीचा
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रहमतपुर के प्राइमरी स्कूल में घुसते ही आपको किसी बगीचे का एहसास होने लगेगा। स्कूल की खूबसूरती को बढ़ाने के लिए स्कूल परिसर में तरह-तरह के पेड़ पौधे और खूबसूरत फूल लगे हैं। सहबुल्ला ने स्कूल परिसर को एक बगीचे की शक्ल में सजा रखा है। इनके बगीचे में आम अमरूद के अलावा अन्य फलदार पेड़ लगे हैं। गर्मी के दिनों में बच्चे इन्ही पेड़ों के नीचे बैठकर पढ़ते हैं।
हाथ धोने के लिए बनाया टोटियों वाला हौज
साफ-सफाई को लेकर गुरुजी बेहद सजग हैं। स्कूल में खाना खाने से पहले हाथ धोने के लिए हौज बनवाया गया है। हौज नुमा टंकी के चारों ओर छह टोटी लगी हैं। जिसमें एक साथ छह बच्चे हाथ धो सकते हैं। वहीं पर साबुन रखने के लिए स्टैंड भी बना है। जिसमें साबुन रखा रहता है। बच्चे खाना खाने से पहले साबुन से हाथ धोते हैं। बिना साबुन से हाथ ढोए कोई बच्चा खाना न खाए इसका पूरा ध्यान रखा जाता है।