शिक्षक संगठनों के पदाधिकारी फर्जी, सचिव के पत्र से खुली पोल
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : जिले में प्राथमिक शिक्षक संघ के विभिन्न गुट अपने को पदाधिकारी...
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : जिले में प्राथमिक शिक्षक संघ के विभिन्न गुट अपने को पदाधिकारी बताकर विभागीय व प्रशासनिक अधिकारियों पर दबाव बनाते हैं। जबकि हकीकत यह है कि प्रदेश स्तर पर शिक्षक संघ में विवाद के कारण कोई वैधानिक पदाधिकारी ही नहीं है।
पिछले दो वर्षों से प्रदेश स्तर पर शिक्षक संघ के विवाद की आंच जनपद में भी प्रभावित करती रही। शिक्षक संघ के पदाधिकारी अपने गुट को ही असली बताते रहे। फिलहाल एक गुट से जिलाध्यक्ष व जिला मंत्री, जबकि दूसरे गुट जिला संयोजक व सह संयोजक के पद से नेतागिरी की जा रही है। बेसिक शिक्षा परिषद प्रयागराज की सचिव रूबी ¨सह ने बेसिक शिक्षा अधिकारी को पत्र भेजकर कहा है कि इन दिनों उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रतिनिधित्व के संबंध में न्यायालय में प्रकरण विचाराधीन है। ऐसी स्थिति में किसी भी पदाधिकारी को मान्य किया जाना उचित नहीं है। बीएसए राम ¨सह ने बताया कि परिषद के सचिव का निर्देश प्राप्त हो गया है।
उधर, जिलाध्यक्ष पर कार्य कर रहे भूपेश पाठक ने कहा कि उनकी नियुक्ति प्रदेश स्तर पर विवाद से पहले की है। उस वक्त प्रदेश अध्यक्ष दिनेश शर्मा व महामंत्री जबर ¨सह थे। इसलिए वह अभी भी वैधानिक अध्यक्ष हैं। वहीं जिला संयोजक पद पर शिक्षकों का प्रतिनिधित्व कर रहे विजय बहादुर यादव ने कहा कि बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव से शिक्षक संगठन की मान्यता का कोई मतलब नहीं है। संगठन को मान्यता रजिस्ट्रार चिटफंड एवं सोसायटी से मिलती है। इसलिए वह वैधानिक रूप से जिला संयोजक हैं।