लखनऊ : अल्पसंख्यक इंटर कॉलेजों में नियुक्तियों के नियम में हुआ संशोधन, शिक्षक भर्ती के लिए होगी लिखित परीक्षा
भेजा जाएगा पूरा रिजल्ट
90 अंक का होगा टेस्ट
अब तक स्क्रीनिंग टेस्ट में खाली पद के सापेक्ष हर पद के लिए श्रेष्ठता के आधार पर पांच चयनित अभ्यर्थियों की सूची तैयार करके जेडी व डीआईओएस को भेजी जाती थी। अब सहायक अध्यापक के चयन के लिए लिखित परीक्षा का पूरा रिजल्ट डीआईओएस एवं प्रबंध तंत्र को भेजा जाएगा, जिसके बाद नियमानुसार नियुक्ति की कार्यवाही की जाएगी।
चयनित संस्था की ओर से प्रिंसिपल एवं प्रवक्ता पद के लिए लिखित परीक्षा (स्क्रीनिंग टेस्ट) 90 अंक का होगा। वहीं, 10 अंक साक्षात्कार के लिए होंगे। हालांकि सहायक अध्यापक के चयन के लिए 100 अंकों की लिखित परीक्षा होगी। साक्षात्कार नहीं होगा।
था। इसके तहत खाली पदों पर आवेदन लेने के बाद साक्षात्कार के माध्यम से चयन प्रक्रिया पूरी करके फाइनल सूची डीआईओएस के पास अनुमोदन के लिए भेजी जाती थी। इस प्रक्रिया में बड़े पैमाने खेल होता रहा है। अब शासन ने इस प्रक्रिया में पूरी तरह बदलाव कर दिया है। अब शिक्षक भर्ती लिखित परीक्षा और साक्षात्कार के आधार पर होगी।
•एनबीटी, लखनऊ
अल्पसंख्यक अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक स्कूलों में प्रिंसिपल और शिक्षकों के खाली पदों पर सीधी भर्ती के लिए अधिनियम-1921 में बदलाव कर दिया गया है। बीते मार्च में हुए शासनादेश में किया गया है। इसके तहत अब खाली पदों पर आवेदन के लिए स्कूल प्रशासन आवेदन लेगा। उसके बाद प्रिंसिपल के पदों पर आवेदन की डिटेल जेडी और शिक्षक पद पर आवेदन की जानकारी डीआईओएस को भेजी जाएगी। शासन की ओर से निजी संस्था लिखित परीक्षा करवाएगी। इस संबंध में माध्यमिक शिक्षा निदेशक विनय कुमार पांडेय ने डीआईओएस को निर्देश जारी किए हैं।
अभी तक अल्पसंख्यक एडेड माध्यमिक स्कूलों में प्रधानाचार्य से लेकर शिक्षकों व लिपिक की भर्ती का अधिकार प्रबंध समिति के पास होता