अब गुरुजी रखेंगे बोरों का हिसाब
गोंडा : परिषदीय स्कूलों में मध्यान्ह भोजन योजना के लिए आने वाले खाद्यान्न के बोरों का हिसाब रखा जाएग...
गोंडा : परिषदीय स्कूलों में मध्यान्ह भोजन योजना के लिए आने वाले खाद्यान्न के बोरों का हिसाब रखा जाएगा। इसकी बिक्री करके स्कूल में स्वच्छता संबंधी उपकरणों की खरीद की जाएगी। साथ ही धनराशि को तेल, मसाला व खाद्य सामग्रियों की खरीद व रखरखाव पर खर्च किया जाएगा। बोरों की संख्या व बिक्री से आने वाले रुपये की जानकारी आय व्यय पंजिका में दर्ज की जाएगी।
परिषदीय स्कूलों में छात्रों को दोपहर में भोजन दिया जाता है। एमडीएम के लिए गेहूं व चावल की आपूर्ति बोरों में भरकर की जाती है। अब तक इनका बेहतर इस्तेमाल नहीं किया जाता था। अब प्राधिकरण ने इसकी बिक्री करके छात्रों के लिए जरूरी सामान की खरीद करने के निर्देश दिए हैं। इन कार्यो पर खर्च होगी धनराशि- छात्र-छात्राओं को अतिरिक्त पोषक आहार उपलब्ध कराया जाएगा।- एमडीएम के लोगो व मेन्यू की वॉल पें¨टग कराई जाएगी।- किचेन गार्डेन के लिए आवश्यक सामग्री पर व्यय की जाएगी।- स्वच्छता संबंधी सामग्री की खरीद पर व्यय पर की जाएगी।- तेल, मसाला, कंटेनर व एमडीएम के रखरखाव पर खर्च किया जाएगा। एमडीएम के जिला समन्वयक गणेश गुप्ता ने बताया कि आदेश का पालन कराया जा रहा है।