बेसिक स्कूलों में नहीं चहरदीवारी, सुरक्षा को खतरा
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सुलतानपुर : विकास खंड के अधिकांश प्राथमिक विद्यालयों में बाउंड्रीवाल नहीं होने से इसमें पढ़ने वाले बच्चों की सुरक्षा खतरे में है। कभी-कभी छुट्टा जानवर, अवारा कुत्ते व विषैले जीवजंतु परिसर में घूमते दिख जाते हैं। कई स्कूलों की बाउंड्रीवाल टूट चुकी है, जिसे ठीक ही नहीं कराया गया। जबकि अधिकांश स्कूलों में यह है ही नहीं।
विकास खंड क्षेत्र की 65 ग्राम पंचायतों के नौनिहालों का जीवन संवारने के लिए सरकार ने गांव-गांव में 140 प्राथमिक विद्यालयों व 44 जूनियर जूनियर हाईस्कूल संचालित हैं, लेकिन इनमें 70 प्राथमिक विद्यालय ऐसे हैं जिनमें बाउंड्रीवाल नहीं है। कुछ विद्यालय सड़क के किनारे हैं। इससे बच्चों को दुर्घटना का खतरा बना रहता है। इसके अलावा वाहनों के आवागमन से ध्वनि प्रदूषण हुआ करता है। इस कारण छात्र-छात्राओं का पढ़ाई में मन नहीं लगता। छुट्टा पशुओं व आवारा कुत्तों का डर बना रहता है। रामपुरथुआ, पूरे तुलसी राम, पूरेदरियावा लाल, पूरेजोधी, उसरी, चकमूसी, चकिया, लोहरिया, अशरकपुर, इसौली, मोहम्मदपुर काजी, सिकरा, कल्यानपुर, आदमपुर, पारागनापुर, बिरधौरा, गौराबारामऊ, महुली, मौन पांडेय का पुरवा, मठा, महुली, पूरे •ादार, उसरा, दुर्गापुर, इस्माईलपुर, दरियापुर, दुर्गापुर, मेद्यमऊ, सोरांव डोभियारा, मेघमऊ, पूरे चुड़िहारन, पूरे सहन, पूरे इच्छा मिश्र, हसुई मकुंदपुर, मेद्यमऊ प्रथम, निदूरा, चन्दिका मिश्र, बहुरहवां प्रथम, हैहना खर्द, नदराई, हैहना खर्द जूनियर, सराय बग्घा, पूरे सुखदेव, तौधिकपुर, बिश्वनाथपुर, रगवा, पटखौली, पूरे भवानी सेवक, बड़ाडाड़ कुवासी, तिरहुत, रामपुर बब्वान, उमरा, पूरे जवाहर तिवारी, डीह, सिन्दुरापुर, अतानगर, दखिनगांव, मक्दपुर, गोबिन्दपुर, मधुबनी व सिद्यनी विद्यालय बाउंड्रीवाल विहीन हैं। उच्चाधिकारियों को भेजी गई है सूची
खंड शिक्षा अधिकारी रामकुमार ने बताया कि सूची उच्चाधिकारियों सहित पंयायत विभाग को भेजी जा चुकी है। कायाकल्प योजना के तहत कुछ विद्यालयों में निर्माण शुरू भी हो गया है। जल्द ही सभी विद्यालय में बाउंड्रीवाल न होने की समस्या दूर होगी।