यूपी बोर्ड परीक्षा के लिए बनाए गए 11 नए केंद्र
महराजगंज:शासन ने पिछले बार यूपी बोर्ड की परीक्षा में केंद्र बनने वाले 10 विद्यालयों को केंद्र की सूची से बाहर कर दिया है। 11 नए विद्यालयों को परीक्षा केंद्र बनाया गया है। इस बार जिले के 104 परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा के लिए कुल 78313 परीक्षार्थी पंजीकृत हैं।
हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा के लिए पिछले वर्ष पंजीकृत 81539 परीक्षार्थियों के लिए जहां जिले में कुल 103 केंद्र बनाए गए थे, वहीं इस बार 78313 परीक्षार्थियों के लिए केंद्र की संख्या 104 कर दी गई है। शासन ने पिछले साल केंद्र बनाए गए सुभागी देवी इंटर कालेज, सावित्री देवी उ.मा.वि., जनता इंटर कालेज, देवलाली इंटर कालेज, डीएवी नारंग इंटर कालेज, एंग्लो संस्कृत इंटर कालेज, बुधेंद्र जनता इंटर कालेज मिठौरा, ज्योति पब्लिक हाईस्कूल, नेताजी सुभाष कृषि सैनिक इंटर कालेज एवं जमुना प्रसाद इंटर कालेज टीकर छावनी को इस बार केंद्र नही बनाया है। इस बार जिन 11 विद्यालयों को केंद्र बनाया गया है। उनमें कार्मल इंटर कालेज, भगवान उ.मा.वि., मातादीन मल्ल इंटर कालेज, रफीउल्लाह इंटर कालेज, इंदर प्रसाद चौधरी उ.मा.वि., ज्योति सेंट्रल इंटर कालेज, सुशीला देवी इंटर कालेज, अशर्फी देवी कन्या इंटर कालेज, स्व.कौलेशर इंटर कालेज, मालती पांडेय उ.मा.वि. एवं सरस्वती उ.मा.वि. का नाम है। जिला विद्यालय निरीक्षक अशोक कुमार ¨सह ने कहा कि निष्पक्ष व पारदर्शी परीक्षा को लेकर शासन गंभीर है। केंद्रों का निर्धारण वहीं से हुआ है, ऐसे में सभी जिम्मेदार परीक्षा को बेहतर ढंग से संपन्न कराने संबंधी तैयारियां पूरी करें। भाजपा शिक्षक प्रकोष्ठ के जिला संयोजक त्रियुगी नारायण त्रिपाठी ने कहा कि डीएवी नारंग इंटर कालेज घुघली समेत आधा दर्जन प्रतिष्ठित विद्यालयों को केंद्र न बनाकर अन्याय किया गया है। ऐसा कर प्रतिष्ठित विद्यालयों में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को परेशान करने का कुत्सित प्रयास किया गया है। प्रतिष्ठित विद्यालयों को केंद्र न बनाए जाने संबंधी मामले को शिक्षक विधायक ध्रुव कुमार त्रिपाठी के संज्ञान में लाया गया है। मामले को लेकर जल्द ही शिक्षा निदेशक माध्यमिक व सचिव माध्यमिक शिक्षा परिषद से वार्ता होगी।