120 प्राथमिक विद्यालयों को बनाया स्मार्ट
सीतापुर : जिले के 120 प्राथमिक विद्यालयों में बीएसए स्मार्ट क्लास चल रहे हैं। बीएसए अजय कुमार का कहना है कि स्मार्ट क्लास संचालित होने वाले विद्यालयों में सबसे अधिक 89 स्कूल कसमंडा ब्लॉक क्षेत्र के हैं। गोंदलामऊ क्षेत्र के 14, बिसवां के 8, खैराबाद के 5, मछरेहटा के 3 व सिधौली के एक विद्यालय में स्मार्ट क्लास संचालित की जा रही हैं। बीएसए का दावा है कि प्रदेश में सबसे अधिक स्मार्ट कक्षाएं संचालित करने वाला जिला सीतापुर है, जहां 120 विद्यालय स्मार्ट बन गए हैं। ये सूचना उन्होंने शिक्षा निदेशक को अभी सात दिसंबर को भेजी है। बीएसए के दावे पर दैनिक जागरण की पड़ताल-
छात्रों में इंप्रूवमेंट हो रहा है..
गोंदलामऊ के प्राथ. विद्यालय लोखनापुर की प्रधानाध्यापक अंजू मिश्रा का कहना है कि उनके यहां कक्षा-एक में 23 व दो में 20 बच्चे हैं। वे और उनकी सहायक विनीता स्मार्ट क्लासेज लेती हैं। उनका कहना है, इन बच्चों को हर दो ¨हदी, गणित व अंग्रेजी की शिक्षा स्मार्ट क्लासेज में प्रोजेक्टर पर दी जाती है। इससे बच्चों की शिक्षा में काफी सुधार आया है। प्राथ. विद्यालय कुर्सी की प्रधानाध्यापक साइमा परवीन बताती हैं कि स्कूल में कक्षा-एक में 40 व दो 32 बच्चे हैं, जिनकी स्मार्ट क्लासेज एक-एक घंटे चलती हैं। बिजली समस्या से प्रोजेक्टर पर कक्षाओं का संचालन बाधित होता है। उद्देश्य नहीं पूरा कर रहे स्मार्ट क्लास
कसमंडा के प्राथ. विद्यालय मरेली के प्रधानाध्यापक सुनील कुमार का कहना है कि उनके यहां कक्षा-एक व दो के बच्चों की स्मार्ट क्लासेज प्रोजेक्टर व लैपटॉप के जरिए संचालित होती हैं, पर शिक्षक के अभाव में ये कक्षाएं उद्देश्य पूरा नहीं कर पा रही हैं। स्कूल में एक सहायक अध्यापक हैं। विद्यालय में कक्षा-एक में 57 व दो में 32 बच्चे हैं। बताया, स्मार्ट क्लासेज में जो बच्चे कमजोर थे उनमें कक्षा-दो के 14 व एक के 17 बच्चे हैं इन्हें अतिरिक्त समय देकर शिक्षित किया गया है। ग्रामीण क्षेत्र में बिजली की अव्यवस्था से स्मार्ट क्लासेज प्रभावित हो रही हैं। हम ग्वारी में हैं भाई..
स्मार्ट क्लासेज की सूची में कसमंडा के प्राथ. विद्यालय कंडी में प्रधानाध्यापक ममता यादव का नाम, मोबाइल नंबर दर्ज है। संपर्क करने पर ममता ने बताया वे कंडी स्कूल में 2016 से नहीं हैं। वे रेउसा क्षेत्र के पूर्व माध्यमिक विद्यालय ग्वारी में सहायक अध्यापक हैं।