एसटीएफ की जांच के दायरे में जिले के 156 शिक्षक
सीतापुर : परिषदीय विद्यालयों में वर्ष 2010 के बाद सहायक अध्यापकों के पदों पर भारी संख्या में भर्तियां की गई हैं। इन भर्तियों को शासन ने अनियमित, नियम विरुद्ध, फर्जी करार दिया है। पूरे मामले की जांच एसटीएफ को सौंपी गई है। प्रकरण में शिक्षा निदेशक ने बीएसए को जारी पत्र में कहा है कि ऐसे शिक्षकों जिनके द्वारा वित्त एवं लेखाधिकारी के कार्यालय में अपना पैन नंबर बदला गया हो, उनकी सूचना तत्काल पुलिस महानिरीक्षक एसटीएफ कार्यालय में उपलब्ध कराएं। वित्त एवं लेखाधिकारी कार्यालय सूत्रों के मुताबिक जिले में पैन नंबर बदलवाने वाले शिक्षकों की संख्या 156 है। खबर है कि इन शिक्षकों ने अपने पैन नंबर क्यों बदलवाए, आदि ¨बदुओं पर एसटीएफ जांच करेगी।
26 दिसंबर को शिक्षा निदेशक डॉ. सर्वेंद्र विक्रम बहादुर ¨सह ने पत्र जारी कर बीएसए से कहा है, परिषदीय प्राथमिक विद्यालयों में अनियमित, फर्जी रूप से नियुक्त शिक्षकों की सेवाएं समाप्त करें और उन्हें दिए गए वेतन-भत्तों आदि की वसूली और एफआइआर दर्ज कराकर सूचना उपलब्ध कराने के निर्देश पूर्व में 12 अक्टूबर 2018 को दिए गए थे। इन निर्देशों के क्रम में शासन द्वारा बीएसए को दोबारा 15 नवंबर को अपर मुख्य सचिव डॉ. प्रभात कुमार ने पत्र जारी कर निर्देश दिए हैं कि प्राथमिक विद्यालयों में अनियमित रूप से नियुक्त सहायक अध्यापकों का विवरण एसटीएफ कार्यालय को उपलब्ध कराए जाएं। शिक्षा निदेशक ने इस मामले में पुलिस महानिरीक्षक एसटीएफ के 10 अक्टूबर के पत्र सीएएसटीएफ-8332018 का भी उल्लेख किया है। कहा है, ऐसे सहायक अध्यापक एवंअध्यापिकाओं जिनके द्वारा हाईस्कूल, इंटरमीडिएट, स्नातक, परास्नातक, बीएड की द्वितीय प्रति बोर्ड एवं विश्वविद्यालय सेप्राप्त कर सेवाएं की गई हैं या की जा रही हैं और वे शिक्षक जिनके द्वारा वित्त एवं लेखाधिकारी बेसिक शिक्षा कार्यालय में अपना पैन नंबर बदला गया हो। उनकी सूची तैयार कर पुलिस महानिरीक्षक एसटीएफ को एक सप्ताह के भीतर उपलब्ध कराएं। उन्होंने कहा, बीएसए स्तर सेये कार्रवाई अभी तक पूरी नहीं की गई है। इसलिए संबंधित जिले के बीएसए को दोबारा 7 जनवरी 2019 तक मौका दिया गया है।
पूर्व में 156 शिक्षकों ने अपने पैन नंबर बदलवाए थे। जिनकी सूचना शिक्षा निदेशालय को भेजी गई है। इन शिक्षकों ने पैन नंबर क्यों बदलवाए, ये स्पष्ट करना मुश्किल है।
- सत्येंद्र पाल, वित्त एवं लेखाधिकारी-बेसिक शिक्षा