सुरक्षित विद्यालय की संकल्पना होगी साकार
जागरण संवाददाता, गोरखपुर : विद्यालय ही समाज का प्रकाश स्तंभ है। विद्यालय के माध्यम से ही जागरूकता लाई जा सकती है। आपदा की चुनौतियों से निपटने के लिए शिक्षकों, छात्र-छात्रओं को सशक्त व जागरूक करना बेहद जरूरी है। यह बातें जिला आपदा विशेषज्ञ गौतम गुप्ता ने आपदा प्रबंधन पर आयोजित कार्यशाला में कहीं।
बीएसए सभागार में ‘समुदाय का प्रकाश स्तंभ-विद्यालय आपदा प्रबंधन योजना निर्माण’ विषय पर सोमवार को कार्यशाला आयोजित की गई। गौतम ने बताया कि जनपद के 86 विद्यालयों में विद्यालय आपदा प्रबंधन योजना का निर्माण किया जा रहा है। आपदा विभाग, एनडीआरएफ, नागरिक सुरक्षा एवं अग्निशमन विभाग की तरफ से रोस्टर के अनुसार इन विद्यालयों में दो दिवसीय प्रशिक्षण एवं मॉक डिल का आयोजन किया जाएगा। मुख्य अग्निशमन अधिकारी ने अग्निशमन यंत्रों के संचालन का तरीका समझाते हुए दुर्घटनाओं को रोकने की जानकारी दी। 21वीं बटालियन एनडीआरएफ के टीम कमांडर डीपी चंद्रा ने आपदा के वक्त क्या करें और क्या न करें के बारे में बताया। जिला आपदा प्रबंधक प्राधिकरण के सलाहकार अंकुर गुप्ता ने कहा कि जलवायु में हो रहे परिवर्तन के कारण आपदाओं के आवृत्ति में वृद्धि हुई है।
कार्यशाला में मो. साकिब खान, नागरिक सुरक्षा के उप नियंत्रक बाबूराम, बेसिक शिक्षा विभाग के डीसी निर्माण रमेश चंद्र ने भूकंपरोधी तकनीक पर जानकारी दी। जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण गोरखपुर, यूनिसेफ लखनऊ के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित में शिक्षा, स्वास्थ्य विभागों के प्रतिनिधियों के साथ सचिव रोटरी क्लब, समन्वयक अमृत मिशन, 30 विद्यालयों के प्रधानाध्यापक एवं अन्य संगठन के लोग उपस्थित रहे।
🔵 विद्यालय आपदा प्रबंधन योजना निर्माण पर हुई कार्यशाला
🌑 86 विद्यालयों में विद्यालय आपदा प्रबंधन योजना का हो रहा निर्माण