ऑनलाइन काउंसिलिंग के आसार
राज्य ब्यूरो, प्रयागराज : अशासकीय महाविद्यालयों में मानदेय पर कार्यरत शिक्षकों की काउंसिलिंग ऑनलाइन होने से विज्ञापन संख्या 46 के तीन विषयों के चयनितों की काउंसिलिंग भी ऑनलाइन ही होने के आसार हैं।
जबकि, भर्ती के बीच में नियम बदलने को लेकर अभ्यर्थी विरोधी तेवर में हैं। उनके पक्ष में इलाहाबाद हाईकोर्ट से नवंबर में आदेश भी हो चुका है। उधर, मानदेय शिक्षकों की काउंसिलिंग की शुरुआत और उप्र उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग यानी यूपीएचईएससी व उच्च शिक्षा निदेशालय की ओर से चयनितों का डाटा भी एनआइसी में फीड कराया जा चुका है।
यूपीएचईएससी से चयनित करीब तीन सौ लोग ऐसे हैं जिन्हें अशासकीय महाविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसर पद पर नियुक्ति के लिए केवल काउंसिलिंग ही कराना शेष रह गया है। विज्ञापन में दी गई शर्तो के अनुसार उनकी काउंसिलिंग ऑफलाइन होनी है, जबकि प्रदेश में ई-गवर्नेस को बढ़ावा दे रही राज्य सरकार ने उच्च शिक्षा निदेशालय उप्र की ओर से प्रस्तावित काउंसिलिंग भी ऑनलाइन ही कराने का आदेश 17 अक्टूबर को दिया था।
भर्ती के बीच में नियम के बदलाव पर चयनितों ने इसका विरोध जताया और याचिका दाखिल किए जाने पर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने उनके पक्ष में 14 नवंबर को आदेश भी पारित कर दिया। उधर इन चयनितों का पूरा डाटा निदेशालय व यूपीएचईएससी की ओर से एनआइसी को भेजे जाने के बाद उसे फीड भी किया जा चुका है। इस पर केवल शासन से हरी झंडी मिलने का इंतजार है।इन चयनितों से पहले अविज्ञापित पदों पर मानदेय पर कार्यरत शिक्षकों की काउंसिलिंग 20 दिसंबर से ऑनलाइन शुरू कर दी गई। जिससे विज्ञापित पदों पर चयनितों की काउंसिलिंग का माध्यम भी ऑनलाइन ही रखे जाने के आसार बढ़ गए हैं। 24 दिसंबर तक मानदेय शिक्षकों की काउंसिलिंग होने के बाद विज्ञापित पदों पर चयनितों की काउंसिलिंग पर भी अंतिम निर्णय लिया जा सकता है।