गोरखपुर : शिक्षक के फर्जीवाड़े में अफसरों पर भी मुकदमा
जागरण संवाददाता, गोरखपुर : आजमगढ़ में तैनात एसोसिएट प्रोफेसर के नाम पर एक जालसाज बेसिक शिक्षा विभाग में 20 साल से नौकरी कर रहा था। कोर्ट के आदेश पर झंगहा पुलिस ने आरोपित शिक्षक, शिक्षा विभाग के अज्ञात अधिकारियों और कर्मचारियों पर साजिश के तहत फर्जी दस्तावेज तैयार कर जालसाजी करने का मुकदमा दर्ज किया है। 1तिवारीपुर के घोषीपुर निवासी डॉ. अब्दुल रशीद आजमगढ़ के माल्टारी स्थित गांधी स्नातकोत्तर महाविद्यालय में एसोसिएट प्रोफेसर हैं। तीन मार्च 1994 से 16 दिसंबर 1996 तक वह बेलघाट के प्राथमिक विद्यालय राइपुर में बतौर सहायक अध्यापक तैनात रहे। प्रवक्ता के पद पर नियुक्ति होने के बाद उन्होंने सहायक अध्यापक पद से इस्तीफा दे दिया। डॉ. अब्दुल रशीद का आरोप है कि इस्तीफा देने के बाद भी बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों ने उनकी सेवा जारी रखी। एक अज्ञात व्यक्ति 20 साल से उनके नाम पर वेतन ले रहा था। कुछ दिन पहले तक वह ब्रrापुर ब्लाक के प्रा.वि. बेनीजोत खरहरा में बतौर प्रधानाध्यापक तैनात था। शिकायत के बाद भी शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने कार्रवाई नहीं की। डॉ.अब्दुल रशीद ने आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई के लिए सीजेएम कोर्ट में प्रार्थना पत्र दिया था। 1’>>आजमगढ़ में तैनात प्रोफेसर के नाम पर 20 साल से कर रहा था नौकरी 1’>>ब्रrापुर ब्लाक के प्रा.वि. बेनीजोत खरहरा में बतौर प्रधानाध्यापक तैनात था 1’>>कोर्ट के आदेश पर झंगहा पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा, शुरू हुई जांच 1पैनकार्ड नंबर भी है एक 1डॉ. रशीद का आरोप है कि फर्जी शिक्षक उनके पैन कार्ड नंबर का भी इस्तेमाल कर रहा है। आयकर विभाग से मिले वर्ष 2014-15 के टैक्स स्टेटमेंट देखने पर उन्हें इसकी जानकारी हुई।
आरोपित शिक्षक को चार माह पहले बर्खास्त कर दिया गया है। विभागीय जांच चल रही है। कार्रवाई की रिपोर्ट कोर्ट में भेज दी है।
- भूपेंद्र नारायण सिंह, बीएसए
कोर्ट के आदेश पर मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है। साक्ष्य के आधार पर आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई होगी।
-योगेंद्र कृष्ण, सीओ चौरीचौरा