विद्यालय विकास में प्रधानाध्यापक की भूमिका अहम
जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) ज्ञानपुर में चल रहे स्कूल लीडरशिप डेवलपमेंट प्रशिक्षण क्रायक्रम के पांचवे दिन रविवार को विद्यालय विकास में प्रधानाध्यापक की भूमिका पर गहन मंथन किया गया।...
जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) ज्ञानपुर में चल रहे स्कूल लीडरशिप डेवलपमेंट प्रशिक्षण क्रार्यक्रम के पांचवे दिन रविवार को विद्यालय विकास में प्रधानाध्यापक की भूमिका पर गहन मंथन किया गया। साथ ही उन्हें विद्यालयीय व्यवस्था में प्रभावी सुधार लाने की विधा समझाई गई।
सन्दर्भदाता प्रशिक्षक श्रीकांत ¨सह ने प्रधानाध्यापकों को विद्यालय विकास में किसकी क्या भूमिका होनी चाहिये इस पर वृहद रूप से चर्चा की गई। बताया कि किस प्रकार विद्यालय के विकास में समुदाय, अभिभावक, अध्यापक और बच्चे विद्यालय में अहम भूमिका निभाते हैं। प्रशिक्षक संजय दुबे बताया कि विद्यालय के विकास में प्रधानाध्यापक की क्या भूमिका होनी चाहिये, वह किस तरह से शिक्षकों, बच्चों व अन्य के साथ तालमेल करें कि व्यवस्था सुचारू रूप से संचालित कर सकें। सन्दर्भदाता ज्योति कुमारी द्वारा सभी अध्यापकों को समूह में बांटकर मेन्टल मॉडल के पांच चित्र बनवाये गए तथा विजन ट्री के माध्यम से बताया गया कि हम किस प्रकार अपने ²ष्टिकोण को सुधार कर विद्यालय का विकास कर सकते हैं। प्रशिक्षणार्थियों में गायत्री देवी, सुषमा, भग्गू राम, सुरेश कुमार मिश्र, विजय गुप्ता व अन्य थे।