बीएसए-बीईओ विवाद में दिन भर चली पंचायत, धरना खत्म
सिद्धार्थनगर : जनपद के सभी खंड शिक्षा अधिकारियों ने बेसिक शिक्षा अधिकारी राम ¨सह के कार्यप्रणाली से नाराज होकर शुक्रवार को धरना दिया। खंड शिक्षा अधिकारियों को मनाने बीएसए धरना स्थल पर गए। बीएसए और बीईओ में दिन भर पंचायत चलती रही। पहले बीएसए ने आधे घंटे तक मान-मनौव्वल की कोशिश की, मगर वह सफल नहीं हुए। बीईओ ने बीएसए से पूछा कि क्या बिना उनके सहयोग के इस वर्ष पिछले साल से 17000 अधिक छात्रों का नामांकन कैसे हो गया। बीएसए कोई जवाब नहीं दे पाए। बातचीत में आंदोलनरत अधिकारियों की नाराजगी देख बीएसए ने समाधान का रास्ता तलाशने में सहयोग मांगा। कोई समाधान न होने पर बीएसए वापस लौट गए। दुबारा शाम को हुई वार्ता में बीएसए द्वारा तीन खंड शिक्षाधिकारियों के रोके गए वेतन को जारी करने एवं पांच खंड शिक्षाधिकारियों के शो-काज नोटिस वापस लेने पर आंदोलन समाप्त कर दिया।
29 नवंबर को अपने ऊपर किए गए कार्रवाई से नाराज बीईओ ने बीएसए को 23 सूत्रीय मांग पत्र सौंपते हुए गुरुवार तक का समय दिया था। समस्या निस्तारित न होने पर एक दिवसीय धरना देने की चेतावनी दी थी। मांगों के समाधान न होने पर सभी खंड शिक्षा अधिकारी बीएसए कार्यालय परिसर में धरने पर बैठ गए। चंद्र भूषण पाण्डेय ने कहा कि आये दिन उनके संवर्ग को धमकाया जाता है। सार्वजनिक मंचों पर मिथ्या आरोप लगाते हुए बीईओ की छवि खराब की जाती है। कहाकि बीएसए स्तर से पाठ्य-पुस्तकों का वितरण स्कूलों पर किया जाना था। इसके विपरीत किसी तरह बीआरसी पर पहुंचा दिया गया। सभी बीइओ द्वारा बच्चों के हित में शिक्षकों का सहयोग लेकर विद्यालय पर पहुंचाया गया। उसके बाद भी बीएसए द्वारा अनर्गल प्रलाप किया जाता है। अनिल कुमार मिश्रा ने कहा कि बीएसए द्वारा बीईओ को बार-बार कार्यक्षेत्र बदलने की धमकी देते हुए शिक्षकों से धनादोहन के लिए प्रेरित करने, अल्पसूचना के आधार पर बैठक बुलाने, बैठक में स्वयं उपस्थित न होकर समीक्षा के लिए बाबुओं पर छोड़ना का आरोप लगाया। सीपी गौड़ ने कहा कि योजनाओं से सम्बंधित बैनर पोस्टर आदि बनवाने हेतु कोई धन उपलब्ध नहीं कराया जाता है। एक माह पूर्व स्वेटर वितरण का धन जिले पर प्राप्त होने के बाद भी एसएमसी खाते में अद्यतन स्थानांतरित न करने के बावजूद क्रय करने का दबाव डाला जा रहा है। पंकज मौर्य ने कहा कि अर्धवार्षिक परीक्षा के प्रश्नपत्र को खुले बोरे में वितरित किया जाना, गोपनीय तथ्य को बीईओ से न कहकर एनपीआरसी को ऑडियो मैसेज के माध्यम से वायरल करना, डेस्क बेंच का सैम्पल अपने आवास पर रखकर बीईओ के ऊपर क्रय किये जाने हेतु दबाव बनाना, मिड-डे-मील रजिस्टर को अपने चहेते फर्म द्वारा जबरदस्ती बेचने, निरीक्षण में अपने साथ गैर विभागीय लोगों को साथ ले जाकर अभिलेखों के फोटो लेकर गलत इस्तेमाल किया जाता है। इसे हम सब कत्तई बर्दाश्त नहीं करेंगे। धरने में सीमा पांडेय, अभिमन्यु, विजय आनंद, धीरेंद्र त्रिपाठी, एसपी ¨सह , गोपाल जी मिश्र, महेंद्र प्रसाद, रीता गुप्ता, शिव कुमार, रमेश चंद्र मौर्य, आदि सम्मिलित रहे।
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बाबू के मजाक पर गुस्साए अधिकारी
बीएसए से बातचीत के दौरान पास में खड़े एक बाबू ने खंड शिक्षाधिकारियों पर कुछ कमेंट कर दिया। कलर्क की आवाज सुन एक खंड शिक्षा अधिकारी ने बाबू को चुप रहने को कहा। धरने में शामिल उक्त अधिकारी ने कहा कि पहले अपने कार्यो का अवलोकन कर लो, फिर किसी के बारे में कुछ कहना। जवाब पाकर उक्त बाबू ने वहां से खिसक जाने में ही अपनी भलाई समझी।