फतेहपुर : कड़ाके की ठंड का कहर जारी, शिक्षक की मौत
जागरण संवाददाता, फतेहपुर : ठंड है कि रुकने का नाम नहीं ले रही है, बीते 24 घंटे में पारे ने एकबार फिर से गिरावट दर्ज की है। गलन भरी सर्दी जानलेवा साबित हो रही है। ठंड की चपेट में आए एक शिक्षक की मौत हो गई। वहीं रात्रि के ठहराव के लिए बनाए गए वैकल्पिक रैनबसेरों और अलाव में प्रशासन ने नजर टिका दी है। वहीं डीएम ने निकाय के जिम्मेदारों से अलाव जलवाने के लिए आदेश दिए गए हैं। पारा गिरावट के साथ अधिकतम 23 एवं न्यूनतम 6 डिग्री सेल्सियस पर जा टिका है। शाम ढलते ही गलन ने एहसास कराना शुरू कर दिया।
पारे के 6 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाने के कारण प्रशासन चौकन्ना हो गया है। ठंड का असर सुबह पहर स्कूल जाने वाले बच्चों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। ठंड से बचाव के लिए गर्म ऊनी कपड़ों के लैस होकर जा रहे हैं लेकिन बीमार भी हो रहे हैं। इससे सरकारी और गैर सरकारी स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति पर भी असर पड़ रहा है। सर्दी के चलते दिनभर बाजारों में रौनक रहती है। दुकानों में खरीददार पहुंचते हैं और शाम ढलते की बाजारों की रौनक गायब हो जाती है। कमोवेश यही हाल सड़कों में दिखाई देता है जहां पर शाम से ही सन्नाटा पसर जाता है।जरूरी काम के वास्ते निकलने वाले अपने आप को गर्म कपड़ों से ठक कर निकलते हैं।
शिक्षक की हृदयगति रुकने से मौत
ठंड से मौतों का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है। भिटौरा ब्लाक के प्राथमिक स्कूल उमराबेरा में तैनात संतोष कुमार सचान की ठंड लगने के बाद हृदयगति रुकने से मौत हो गई। मृतक मूलरूप से कानपुर नगर के पुखरायां तहसील के डोभ गांव के रहने वाले थे और शहर के तांबेश्वर मंदिर के पास पत्नी लक्ष्मी, बेटे आशू एवं बेटी ज्योति के साथ रहते थे। ठंड से हुई मौत के बाद परिवार में कोहराम मच गया।भिटौरा में गंगा नदी में मृतक के अंतिम संस्कार में ब्लाक अध्यक्ष दिग्विजय ¨सह, उपाध्यक्ष जगदीश यादव, चंद्रहास ¨सह, राकेश कुमार आदि शिक्षक नेता शामिल हुए। रेलवे स्टेशन का रैनबसेरा दुरुस्त कराया गया
टेंट और पर्दे के साथ बनाया गए रैन बसेरे को बंदरों ने फाड़ दिया। लगे कपड़े के चीथड़ कर डाले थे। एडीएम जेपी गुप्ता ने मौका मुआयना करते वख्त इस समस्या को पकड़ा तो उसे प्लास्टिक के तिरपाल से बनाए जाने के निर्देश दिए थे। पालिका प्रशासन ने अपर जिलाधिकारी के निर्देशों का पालन करते हुए गुरुवार को रैनबसेरे को दुरुस्त करवा दिया। साफ सफाई करके गद्दे आदि की व्यवस्था कराई तो लोहे स्टेचर को प्लास्टिक के तिरपाल से सुसज्जित करवा दिया। जिससे कि अंदर सोने वालों को कम ठंड का एहसास हो सके।
40 स्थानों में जलवाए अलाव
शासन और प्रशासन के निर्देश पर नगर पालिका प्रशासन ने शहर के चिन्हित 40 स्थानों में अलाव जलाए जाने की व्यवस्था को मूर्त रूप दे दिया है। कड़ाके की ठंड से आम जनमानस को बचाने के लिए हर भीड़भाड़ वाली जगह में अलाव जलवाए गए हैं। इनमें रेलवे स्टेशन, बस स्टाप, शादीपुर क्रा¨सग, शादीपुर चौराहा, पटेल नगर, पत्थर कटा, साईं मंदिर, वर्मा चौराहा, ज्वालागंज, जिला अस्पताल, जोनिहा रोड आदि जगहें शामिल हैं। लकड़ी पर निगरानी, मानीट¨रग कर भेजते रिपोर्ट
अलाव की लकड़ी चोरी हो जाने की बीते साल की रिपोर्ट को संज्ञान में लेते हुए चोरों पर निगाह के लिए मानीट¨रग की व्यवस्था की गई है। सफाई नायकों को इसके लिए लगाया गया कि वह निगाह रखें कि कोई लकड़ी की चोरी तो नहीं कर रहा है। वहीं अलाव के जलाए जाने की मानीट¨रग के लिए लेखाकार रामगोपाल पाण्डेय, अर्बन प्लानर निशीश कुमार को इसकी जिम्मेदारी दी गई है। जो प्रतिदिन की रिपोर्ट पालिका के अधिशासी अधिकारी-एएसडीएम को कर रहे हैं। स्कूल समय के बदलाव की मांग
कड़ाके की ठंड से निजात दिलाने के लिए प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला मंत्री विजय त्रिपाठी ने कहाकि विद्यालयों में छोटे बच्चे पढ़ते हैं। कई जनपदों में ठंडक के चलते स्कूलों का समय परिवर्तन कर दिया गया है। जिले में भी स्कूलों का समय सुबह 10 बजे से किया जाए। जिससे की बच्चों की सेहत को खराब होने से बचाया जा सके। वहीं ठंडक के चलते स्कूल खोलने के चक्कर में आपाधापी में शिक्षक-शिक्षिकाएं पहुंचते हैं जिसके चलते किसी भी समय दुर्घटना भी हो सकती है। इसलिए प्रशासन को विद्यालय खुलने की अवधि में परिवर्तन कर दिया जाना चाहिए।