हिंदी नहीं लिख पाए कक्षा पांच के बच्चे, डीएम ने दी चेतावनी
जिलाधिकारी अनुराग पटेल ने बुधवार को गोद लिए पिपराडाड़ गांव में चौपाल लगाकर लोगों की समस्याओं को सुना। गर्भवती और धात्री महिलाओं से कहा कि बच्चों को स्वस्थ रखने के लिए छह वर्ष तक एएनएम व चिकित्सक से नियमित जांच कराए। जिलाधिकारी ने अपने सामने बच्चों का वजन कराकर देखा।...
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : जिलाधिकारी अनुराग पटेल ने बुधवार को गोद लिए पिपराडाड़ गांव में चौपाल लगाकर लोगों की समस्याओं को सुना। गर्भवती और धात्री महिलाओं से कहा कि बच्चों को स्वस्थ रखने के लिए छह वर्ष तक एएनएम व चिकित्सक से नियमित जांच कराए। जिलाधिकारी ने अपने सामने बच्चों का वजन कराकर देखा। इसके बाद परिषदीय स्कूल में बच्चों को पढ़ाया। स्कूल में कक्षा पांच के बच्चे ¨हदी में नहीं लिख पाए, जिस पर कड़ी नाराजगी जताते हुए प्रधानाध्यापक को कड़ी फटकार लगाया और शिक्षण में सुधार लाने का निर्देश दिया।
जिलाधिकारी ने कहा कि गर्भवती महिलाएं नियमित आयरन की गोली खाए। उन्होंने शुन्य से तीन वर्ष तक के जानकी, माला व प्रतिका का वजन कराकर देखा। जिला कार्यक्रम अधिकारी प्रमोद ¨सह ने बताया कि गांव में लाल श्रेणी अर्थात कुपोषित श्रेणी में कोई बच्चा नहीं है और पीले श्रेणी में 21 बच्चे है। डीएम ने सभी बच्चों को पोषाहार वितरण करने और नियमित जांच कराने का निर्देश दिया। इस दौरान गर्भवती महिलाओं की गोद भराई का कार्यक्रम किया गया। बताया कि जून माह में गांव कुपोषण मुक्त हो गया है, जो भी बच्चे पीली श्रेणी के है वह भी जल्द ही स्वस्थ हो जाएंगे। स्कूल में डीएम ने बच्चों को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेई, वर्तमान प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के बारे में जानकारी दी। इस दौरान डीएसओ उमेशचंद्र, डीपीआरओ सीआर जायसवाल आदि ने ग्रामीणों को योजनाओं की जानकारी दी।
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