यह भी माडल स्कूल, पीला पानी देख बुझ जाती है प्यास
संतकबीर नगर: आमतौर पर लोग कहते हैं कि गंदा पानी के सेवन करने और गंदे वातावरण में रहने आदि की वजह से इंसेफ्लाइटिस पांव पसारती है। इंसेफ्लाइटिस प्रभावित इस जिले में कइयों बच्चों की जैपनिज इंसेफ्लाइटिस(जेई)व एक्यूट इंसेफ्लाइटिस ¨सड्रोम(एईएस)के कारण मौत हो चुकी है। हालांकि इसके रोकथाम के लिए पंचायतीराज, शिक्षा, स्वास्थ्य सहित अन्य विभागों के सम्मिलित प्रयास से जागरुकता अभियान भी बीच-बीच में चलते हैं। इन सबके बावजूद धरातल की सच्चाई सामने आ ही जाती है। इस जिले में एक ऐसा भी माडल स्कूल है, जहां हैंडपंप से निकलने वाले पीले पानी को देखकर बच्चों की प्यास बुझ जाती है। यह चौंकाने वाली स्थिति यह बयां करती है कि माडल स्कूलों को गोद लेने वाले जनपद स्तरीय अधिकारी नियमित रुप से यहां नहीं आते।
माडल प्राथमिक विद्यालय-खलीलाबाद द्वितीय में लगे इंडिया मार्क हैंडपंप-टू से पीला पानी निकल रहा है। यह स्थिति करीब तीन माह से है। इस माडल स्कूल में कक्षा एक से पांच तक कुल 94 बच्चे पंजीकृत हैं। प्रधानाध्यापिका श्रीमती संगम उपाध्याय, सहायक अध्यापक श्रीमती साधना पाण्डेय व शिक्षा मित्र श्रीमती पुष्पा श्रीवास्तव यहां पर तैनात हैं। बच्चों को जब प्यास लगती है तब ये कुछ दूरी पर स्थित जूनियर हाईस्कूल पर जाते हैं, यहां के हैंडपंप से पानी पीते हैं। जबकि इस माडल स्कूल की रसोइयां बच्चों के लिए मिड-डे-मील(एमडीएम)बनाने के लिए रोजाना बाल्टी लेकर कुछ दूरी पर स्थित जूनियर हाईस्कूल पर जाती हैं। प्रधानाध्यापिका का कहना है कि विभागीय अधिकारियों को इससे अवगत करा दिया गया है लेकिन पीला पानी दे रहे इंडिया मार्क हैंडपंप को ठीक करने का काम नहीं हो रहा है। इससे बच्चों व विद्यालय के स्टाफ को काफी दिक्कत हो रही है। वहीं जल निगम के एक्सईएन वीपी ¨सह ने कहाकि यह उनकी जानकारी में है, दो दिन में इंडिया मार्क हैंडपंप को सही कर दिया जाएगा।
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जिले में सत्रवार इतनी हुई है मौतें
वित्तीय सत्र 2017-18 में डेंगू से सात, जेई से 21 व एईएस के 199 यानी कुल 227 लोग प्रभावित हुए थे, इसके तुलना में डेंगू से शून्य, जेई से चार व एईएस से 35 कुल 39 यानी 17.28 फीसद की मृत्यु हुई थीं। वहीं चालू वित्तीय सत्र 2018-19 में नवंबर तक डेंगू से पांच, जेई से छह व एईएस से 94 यानी कुल 105 लोग प्रभावित हुए थे, इसके तुलना में डेंगू से शून्य, जेई से शून्य व एईएस से सात यानी 6.66 फीसद की मृत्यु हुई। इस प्रकार इन दो सत्रों में कुल 46 लोगों की जानें चली गई।
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यह मामला गंभीर है। इस माडल स्कूल को गोद लेने वाले अधिकारी से स्पष्टीकरण लिया जाएगा। हैंडपंप को सही कराकर साफ पानी की सुविधा प्रदान की जाएगी।
हाकिम ¨सह
सीडीओ-संतकबीरनगर