ठिठुरते बच्चों से आंखें मूंद झूठ बोल रहा शिक्षा विभाग
ठंड में ठिठुरते हुए स्कूल पहुंचे रहे परिषदीय विद्यालयों में ब'चे। अधिकतर स्कूलों में नहीं बंटे स्वेटर, अधिकारी दर्शा रहे शत-प्रतिशत वितरण।...
बड़ौत : परिषदीय विद्यालय में शिक्षा विभाग द्वारा शत-प्रतिशत स्वेटर का वितरण दिखाया जा रहा है, मगर वास्तव में महज पचास फीसद बच्चों को ही स्वेटर मिल पाए हैं। बाकी बच्चे ठंड में ठिठुरने का मजबूर हैं।
स्कूलों में स्वेटर वितरण के लिए अंतिम तिथि 31 अक्टूबर निर्धारित थी, लेकिन शासन से फंड मिलने में देरी से मिलने चलते अंतिम तिथि बढ़ाई गई। फंड मिलने के बाद शिक्षा विभाग ने तेजी से वितरण कार्य शुरू किया और ब्लाकवार स्कूलों में स्वेटरों का वितरण किया, जो अभी तक जारी है। शिक्षा विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, बड़ौत, छपरौली और बिनौली ब्लाक में 98 फीसदी स्कूलों में स्वेटर का वितरण किया जा चुका है। लेकिन अगर जमीनी हकीकत देखी जाए तो अधिकतर स्कूलों में आधे बच्चों को ही स्वेटर मिले हैं और कई स्कूल ऐसे भी हैं, जहां अभी तक स्वेटर ही नहीं पहुंचे हैं। शहर से सटे ब्लॉकों में निरीक्षण के डर के चलते स्थिति ठीक-ठाक है लेकिन दूर के ब्लॉकों में यह आंकड़ा महज 35 से 40 फीसद के बीच है। शहरी क्षेत्र में करीब 60 फीसद वितरण हो सका है, जबकि विभाग 98 फीसद वितरण की रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेज रहा है। रोजाना सुबह स्कूलों में बिना स्वेटर ठंड में ठिठुरते बच्चों को देखकर स्थिति का सहज अनुमान लगाया जा सकता है।
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प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूलों में स्वेटर वितरण का कार्य लगभग पूर्ण हो चुका है। शेष रह गए विद्यालयों को एक-दो रोज में कवर कर लिया जाएगा।
-विनोद वर्मा, खंड शिक्षा अधिकारी, बड़ौत