सुल्तानपुर : दबंगई प्रधान की, तोड़ दिया स्कूल का शौचालय
संवादसूत्र, सुलतानपुर : मिडडेमील को लेकर प्रधानाध्यापिका से गाली-गलौज करने वाले हिस्ट्रीशीटर ग्राम प्रधान ने प्राथमिक विद्यालय में इतनी मनमानी की कि महीनों पहले मरम्मत कराने के बहाने शौचालय की पिछली दीवार ढहवा दी।..और मरम्मत भी नहीं कराई। यही नहीं परिसर का चबूतरा तक नहीं बनवाया। जिससे महिलाओं, बच्चों और शिक्षकों को महीनों से कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। पहले भी कई बार प्रधानाध्यापक ने इसकी शिकायत प्रधान से की थी। वहीं अफसरों का ये हाल है कि वे कभी इसे प्राथमिकता पर नहीं लिए। जबकि शौचालय एवं स्वच्छता को लेकर देश और प्रदेश में मुहिम छिड़ी हुई है।
जय¨सहपुर ब्लॉक के वैदहा प्राथमिक विद्यालय में 248 बच्चे अध्ययन करते हैं। जिसमें करीब 55 फीसद तादाद बालिकाओं की है। यहां स्टॉफ में तीन शिक्षामित्र, पांच शिक्षक हैं व चार रसोइया हैं। शिक्षकों में तीन महिलाएं हैं। बगैर शौचालय इनकी पीड़ा को समझा जा सकता है। प्रभारी प्रधानाध्यापक अजीत यादव बताते हैं कि कुछ माह पहले शौचालय की पिछली दीवार जर्जर होने की वजह से ढहा दी गई थी। ग्राम प्रधान शैलेश ¨सह ने इसे बनवाने का आश्वासन दिया था, लेकिन वो अभी तक अधूरा है, इसकी वजह से छात्राओं व शिक्षिकाओं को भी अगल-बगल किसी के घर सुविधा लेने के लिए मजबूरन होना पड़ता है। वहीं नल पर चबूतरा न होने से बच्चे फिसलकर गिर जाते हैं। निरीक्षण पर एनपीआरसी, बीआरसी व अफसर आते हैं, प्रकरण उनके संज्ञान में है। मिडडेमील के लिए रसोई गैस सिलेंडर भी है, बावजूद इसके अनुपलब्धता के चलते लकड़ी पर भोजन बनता है। उधर, जब से प्रधानाध्यापिका को गाली देने के प्रकरण में मुकदमा दर्ज हुआ, तभी से प्रधान फरार है। थानेदार केबी ¨सह ने बताया कि हमने उसके कई ठिकानों पर बीती रात भी छापे मारे, लेकिन कामयाबी नहीं मिल पाई है। खंड शिक्षा अधिकारी सुशील त्रिपाठी प्रधान का दबंग होना स्वीकार करते हैं । लेकिन शौचालय भवन क्षतिग्रस्त होने की जानकारी से इंकार कर प्रकरण को दिखवाकर कार्रवाई की बात कर रहे हैं।