अमरोहा : स्कूल नहीं खुला तो डीएम ने बीएसए को फटकारा, प्रधानाध्यापक निलंबित, शिक्षामित्र का वेतन रोका
अमरोहा : गुरुजी की करनी का फल बीएसए को भुगतना पड़ गया। बच्चे पहुंचने के बावजूद गुरुजी ने साढ़े दस बजे तक विद्यालय नहीं खोला। ग्राम प्रधान की शिकायत पर चेते डीएम ने बीएसए को फटकार लगाई। जांच कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए। फटकार के बाद हरकत में आए बीएसए ने तुरंत जिला समन्वयक को भेजकर जांच कराई तो मामला सही पाया। बीएसए ने प्रधानाध्यापक समेत चार शिक्षकों का वेतन रोकते हुए रिपोर्ट जिलाधिकारी को भेजी है।
मामला जोया विकास खंड क्षेत्र के गांव औरंगाबाद के उच्च प्राथमिक विद्यालय से जुड़ा है। शनिवार को रोजमर्रा की तरह विद्यार्थी सुबह नौ बजे विद्यालय पहुंच गए लेकिन स्कूल बंद था और कोई भी शिक्षक नहीं आया था। साढ़े दस बजे तक प्रधान अध्यापक समेत किसी भी शिक्षक के नहीं आने पर प्रधान पुत्र नजरुद्दीन ने खंड शिक्षा अधिकारी को फोन कर अवगत कराया फिर भी गुरुजी स्कूल नहीं पहुंचे।
प्रधान पुत्र ने बीएसए गौतम प्रसाद को फोन कर विद्यालय नहीं खुलने व शिक्षकों के नहीं आने की जानकारी दी। बीएसए ने भी कोई ध्यान नहीं दिया। इधर, बच्चे विद्यालय के बाहर खड़े होकर हंगामा करने लगे। प्रधान पुत्र ने अब डीएम हेमंत कुमार को फोन कर अवगत कराया। डीएम ने मामले को गंभीरता से लिया और बीएसए गौतम प्रसाद को फोन कर फटकार लगाई। विद्यालय खुलवाकर संबंधित अध्यापकों के खिलाफ जांचकर कार्रवाई के आदेश दिए।
इस पर बीएसए ने डीसी मदनपाल ¨सह को मौके पर जांच के लिए भेजा। डीसी जांच को विद्यालय पहुंचे तब तक प्रधानाध्यापक धर्मेश कुमार व शिक्षक सुरेंद्र ¨सह मौके पर पहुंच गए थे। अनिता ¨सह, विचित्र सक्सेना मौजूद नहीं थीं। डीसी की रिपोर्ट पर बीएसए ने प्रधानाध्यापक समेत चारों के वेतन पर रोक लगा दी है।
प्रधानाध्यापक निलंबित, शिक्षामित्र का वेतन रोका
अमरोहा : बीएसए गौतम प्रसाद ने ग्रामीणों की शिकायत पर जोया ब्लाक के गांव शहवाजपुर पट्टी के प्राथमिक विद्यालय का निरीक्षण किया। दोपहर तक विद्यालय नहीं खुला था। बीएसए ने मामले को गंभीरता से लेते हुए प्रधानाध्यापक सुहैल अख्तर को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। इसके बाद बीएसए ने शहवाजपुर कला प्राथमिक विद्यालय का औचक निरीक्षण किया। इसमें शिक्षामित्र रजनी अनुपस्थित पाई गई। बीएसए ने उनके मानदेय पर भी रोक लगा दी है।