फरवरी में अनिश्चितकालीन हड़ताल करेंगे राज्य कर्मचारी
राज्य ब्यूरो, लखनऊ : पुरानी पेंशन योजना बहाल करने के लिए शासन द्वारा गठित उच्चाधिकार समिति की अब तक की बैठकों से निराश राज्य कर्मचारी व शिक्षकों ने फरवरी के दूसरे सप्ताह से अनिश्चितकालीन हड़ताल करने का निर्णय लिया है। इससे पहले प्रदेश में जनजागरण शुरू करने के साथ ही जनवरी के अंतिम हफ्ते में सभी जिलों में विरोध प्रदर्शन के साथ मशाल जुलूस निकाल कर सरकार को चेतावनी दी जाएगी।
कर्मचारी, शिक्षक, अधिकारी पुरानी पेंशन बहाली मंच के बैनर तले गुरुवार को जुटे करीब 120 कर्मचारी संगठनों के प्रतिनिधियों ने पुरानी पेंशन के लिए बड़ा आंदोलन करने का निर्णय लिया। पेंशन पर विचार के लिए शासन द्वारा गठित समिति पर हीलाहवाली कराने का आरोप लगाते हुए कर्मचारी नेताओं ने सरकार के रुख के प्रति गहरा असंतोष जताया।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए मंच के अध्यक्ष डॉ.दिनेश शर्मा ने कहा कि पुरानी पेंशन बहाल कराए बिना अब यह आंदोलन रुकने वाला नहीं है। मंच के संयोजक हरिकिशोर तिवारी ने कहा कि पुरानी पेंशन बहाली पर सरकार की असंवेदनशीलता पर कर्मचारी, शिक्षक और अधिकारी आक्रोशित हैं।
तिवारी ने कहा कि कर्मचारी, शिक्षक व अधिकारी शांतिपूर्ण तरह से हड़ताल पर जाएंगे लेकिन, इसे दबाने, कुचलने, उत्पीड़न करने या उकसाने का प्रयास किया गया तो नतीजे के लिए शासन जिम्मेदार होगा। मंच के नेताओं ने कहा कि इस मामले पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ बैठक के बाद सरकार को सम्मानजनक समय दिया गया था लेकिन, समिति की अब तक की बैठकों से मंच कतई संतुष्ट नहीं है। राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के महामंत्री शिवबरन सिंह यादव व संगठन मंत्री संजीव गुप्ता ने कहा कि इस एक सूत्रीय मांग का असर अब अन्य राज्यों में भी दिखने लगा है। कर्मचारी नेताओं ने पुरानी पेंशन बहाल होने का विश्वास भी जताया। बैठक को डिप्लोमा इंजीनियर्स महासंघ के अध्यक्ष राकेश त्यागी, डीएन सिंह सहित अन्य ने संबोधित किया।
राज्य ब्यूरो, लखनऊ : पुरानी पेंशन योजना बहाल करने के लिए शासन द्वारा गठित उच्चाधिकार समिति की अब तक की बैठकों से निराश राज्य कर्मचारी व शिक्षकों ने फरवरी के दूसरे सप्ताह से अनिश्चितकालीन हड़ताल करने का निर्णय लिया है। इससे पहले प्रदेश में जनजागरण शुरू करने के साथ ही जनवरी के अंतिम हफ्ते में सभी जिलों में विरोध प्रदर्शन के साथ मशाल जुलूस निकाल कर सरकार को चेतावनी दी जाएगी।
कर्मचारी, शिक्षक, अधिकारी पुरानी पेंशन बहाली मंच के बैनर तले गुरुवार को जुटे करीब 120 कर्मचारी संगठनों के प्रतिनिधियों ने पुरानी पेंशन के लिए बड़ा आंदोलन करने का निर्णय लिया। पेंशन पर विचार के लिए शासन द्वारा गठित समिति पर हीलाहवाली कराने का आरोप लगाते हुए कर्मचारी नेताओं ने सरकार के रुख के प्रति गहरा असंतोष जताया। बैठक की अध्यक्षता करते हुए मंच के अध्यक्ष डॉ.दिनेश शर्मा ने कहा कि पुरानी पेंशन बहाल कराए बिना अब यह आंदोलन रुकने वाला नहीं है।
मंच के संयोजक हरिकिशोर तिवारी ने कहा कि पुरानी पेंशन बहाली पर सरकार की असंवेदनशीलता पर कर्मचारी, शिक्षक और अधिकारी आक्रोशित हैं।
तिवारी ने कहा कि कर्मचारी, शिक्षक व अधिकारी शांतिपूर्ण तरह से हड़ताल पर जाएंगे लेकिन, इसे दबाने, कुचलने, उत्पीड़न करने या उकसाने का प्रयास किया गया तो नतीजे के लिए शासन जिम्मेदार होगा। मंच के नेताओं ने कहा कि इस मामले पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ बैठक के बाद सरकार को सम्मानजनक समय दिया गया था लेकिन, समिति की अब तक की बैठकों से मंच कतई संतुष्ट नहीं है। राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के महामंत्री शिवबरन सिंह यादव व संगठन मंत्री संजीव गुप्ता ने कहा कि इस एक सूत्रीय मांग का असर अब अन्य राज्यों में भी दिखने लगा है। कर्मचारी नेताओं ने पुरानी पेंशन बहाल होने का विश्वास भी जताया। बैठक को डिप्लोमा इंजीनियर्स महासंघ के अध्यक्ष राकेश त्यागी, डीएन सिंह सहित अन्य ने संबोधित किया।’
पुरानी पेंशन बहाली मंच की बैठक में 120 संगठनों ने लिया निर्णय