एक छत के नीचे 'प्राइमरी का मास्टर' से जुड़ी शिक्षा विभाग
की समस्त सूचनाएं एक साथ

"BSN" प्राइमरी का मास्टर । Primary Ka Master. Blogger द्वारा संचालित.

जनपदवार खबरें पढ़ें

जनपदवार खबरें महराजगंज लखनऊ इलाहाबाद प्रयागराज गोरखपुर उत्तर प्रदेश फतेहपुर सिद्धार्थनगर गोण्डा बदायूं कुशीनगर सीतापुर बलरामपुर संतकबीरनगर देवरिया बस्ती रायबरेली बाराबंकी फर्रुखाबाद वाराणसी हरदोई उन्नाव सुल्तानपुर पीलीभीत अमेठी अम्बेडकरनगर सोनभद्र बलिया हाथरस सहारनपुर श्रावस्ती बहराइच मुरादाबाद कानपुर अमरोहा जौनपुर लखीमपुर खीरी मथुरा फिरोजाबाद रामपुर गाजीपुर बिजनौर बागपत शाहजहांपुर बांदा प्रतापगढ़ मिर्जापुर जालौन चित्रकूट कासगंज ललितपुर मुजफ्फरनगर अयोध्या चंदौली गाजियाबाद हमीरपुर महोबा झांसी अलीगढ़ गौतमबुद्धनगर संभल हापुड़ पडरौना देवीपाटन फरीदाबाद बुलंदशहर

Search Your City

बलरामपुर : शिक्षक न संसाधन, और कान्वेंट से टक्कर !

0 comments

शिक्षक न संसाधन, और कान्वेंट से टक्कर !


गिरीश मिश्र, गैंड़ासबुजुर्ग (बलरामपुर) : परिषदीय विद्यालयों के प्रति अभिभावकों की सोच सकारात्...

गिरीश मिश्र, गैंड़ासबुजुर्ग (बलरामपुर) : परिषदीय विद्यालयों के प्रति अभिभावकों की सोच सकारात्मक करने के लिए स्थापित इंग्लिश मीडियम प्राथमिक स्कूल दुधरा अपनी उपयोगिता साबित नहीं कर पा रहा है। विभाग बिना शिक्षक व संसाधन के कान्वेंट को टक्कर देने का दम भर रहा है। अंग्रेजी माध्यम में शिक्षा उपलब्ध कराने की मंशा शिक्षकों के अभाव में पूरी नहीं हो पा रही है। विद्यालय में चहारदीवारी है और न ही अपेक्षित साज-सज्जा ही कराई गई। जिससे बच्चे गंदगी के बीच शिक्षा ग्रहण करने को मजबूर हैं। विभागीय अधिकारी विद्यालय को संसाधन से लैस करने में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं। एक शिक्षिका पर 230 बच्चों का भार

-प्राथमिक विद्यालय दुधरा का चयन इंग्लिश मीडियम स्कूल के रूप में किया गया, लेकिन विभागीय अधिकारी मानक के अनुरूप शिक्षक तैनात करना भूल गए। विद्यालय में 230 बच्चे पंजीकृत हैं। शिक्षा का अधिकार अधिनियम के तहत यहां छह शिक्षकों की जरूरत है। जबकि विद्यालय संचालन का जिम्मा एकमात्र प्रधानाचार्य अपर्णा मिश्रा के कंधों पर है। विद्यालय की साज सज्जा मॉडल स्कूल के अनुरूप नहीं है। हैंडपंप के आसपास गंदगी की भरमार है। प्रधानाध्यापिका ने बताया कि विद्यालय की सफाई रसोइयों की मदद से की जाती है। चहारदीवारी न होने से ग्रामीण घरों का कूड़ा विद्यालय परिसर के गड्ढे में डाल देते हैं। जिससे दुर्गंध व गंदगी के बीच बच्चों को पढ़ाई करनी पड़ती है। जिम्मेदार के बोल :

-खंड शिक्षाधिकारी अश्वनी कुमार गुप्त ने बताया कि मॉडल स्कूल में शिक्षकों की तैनाती के लिए पत्र लिखा गया है। जल्द ही शिक्षकों की कमी दूर की जाएगी। सफाई व्यवस्था के लिए खंड विकास अधिकारी से वार्ता की जाएगी।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

महत्वपूर्ण सूचना...


बेसिक शिक्षा परिषद के शासनादेश, सूचनाएँ, आदेश निर्देश तथा सभी समाचार एक साथ एक जगह...
सादर नमस्कार साथियों, सभी पाठकगण ध्यान दें इस ब्लॉग साईट पर मौजूद समस्त सामग्री Google Search, सोशल नेटवर्किंग साइट्स (व्हा्ट्सऐप, टेलीग्राम एवं फेसबुक) से भी लिया गया है। किसी भी खबर की पुष्टि के लिए आप स्वयं अपने मत का उपयोग करते हुए खबर की पुष्टि करें, उसकी पुरी जिम्मेदारी आपकी होगी। इस ब्लाग पर सम्बन्धित सामग्री की किसी भी ख़बर एवं जानकारी के तथ्य में किसी भी तरह की गड़बड़ी एवं समस्या पाए जाने पर ब्लाग एडमिन /लेखक कहीं से भी दोषी अथवा जिम्मेदार नहीं होंगे, सादर धन्यवाद।