शिक्षक न संसाधन, और कान्वेंट से टक्कर !
गिरीश मिश्र, गैंड़ासबुजुर्ग (बलरामपुर) : परिषदीय विद्यालयों के प्रति अभिभावकों की सोच सकारात्...
गिरीश मिश्र, गैंड़ासबुजुर्ग (बलरामपुर) : परिषदीय विद्यालयों के प्रति अभिभावकों की सोच सकारात्मक करने के लिए स्थापित इंग्लिश मीडियम प्राथमिक स्कूल दुधरा अपनी उपयोगिता साबित नहीं कर पा रहा है। विभाग बिना शिक्षक व संसाधन के कान्वेंट को टक्कर देने का दम भर रहा है। अंग्रेजी माध्यम में शिक्षा उपलब्ध कराने की मंशा शिक्षकों के अभाव में पूरी नहीं हो पा रही है। विद्यालय में चहारदीवारी है और न ही अपेक्षित साज-सज्जा ही कराई गई। जिससे बच्चे गंदगी के बीच शिक्षा ग्रहण करने को मजबूर हैं। विभागीय अधिकारी विद्यालय को संसाधन से लैस करने में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं। एक शिक्षिका पर 230 बच्चों का भार
-प्राथमिक विद्यालय दुधरा का चयन इंग्लिश मीडियम स्कूल के रूप में किया गया, लेकिन विभागीय अधिकारी मानक के अनुरूप शिक्षक तैनात करना भूल गए। विद्यालय में 230 बच्चे पंजीकृत हैं। शिक्षा का अधिकार अधिनियम के तहत यहां छह शिक्षकों की जरूरत है। जबकि विद्यालय संचालन का जिम्मा एकमात्र प्रधानाचार्य अपर्णा मिश्रा के कंधों पर है। विद्यालय की साज सज्जा मॉडल स्कूल के अनुरूप नहीं है। हैंडपंप के आसपास गंदगी की भरमार है। प्रधानाध्यापिका ने बताया कि विद्यालय की सफाई रसोइयों की मदद से की जाती है। चहारदीवारी न होने से ग्रामीण घरों का कूड़ा विद्यालय परिसर के गड्ढे में डाल देते हैं। जिससे दुर्गंध व गंदगी के बीच बच्चों को पढ़ाई करनी पड़ती है। जिम्मेदार के बोल :
-खंड शिक्षाधिकारी अश्वनी कुमार गुप्त ने बताया कि मॉडल स्कूल में शिक्षकों की तैनाती के लिए पत्र लिखा गया है। जल्द ही शिक्षकों की कमी दूर की जाएगी। सफाई व्यवस्था के लिए खंड विकास अधिकारी से वार्ता की जाएगी।