शिक्षकों को शैक्षणिक माहौल बदलना होगा : जय प्रताप
सिद्धार्थनगर : कपिलवस्तु महोत्सव के अंतर्गत रविवार को दो दिवसीय बेसिक शिक्षा संवर्धन व नवाचार सेमिनार का शुभारम्भ हुआ। इसमें गैर जनपद से आए 41 शिक्षक अपने नवाचारों को प्रस्तुत कर रहे हैं।
लोहिया कला भवन में कार्यक्रम की शुरुआत संयुक्त मजिस्ट्रेट सौम्या पांडेय द्वारा बेसिक शिक्षा विभाग की प्रगति को पावर पॉइंट द्वारा प्रस्तुत किया गया। नवाचारी शिक्षकों को संबोधित करते हुए उप्र के आबकारी व मद्य निषेध मंत्री जय प्रताप ¨सह ने कहा कि जनपद में बेसिक शिक्षा का परिवेश बदल रहा है। विद्यालयों की भौतिक स्थिति प्रशासन द्वारा बदला जा रहा है शिक्षकों को शैक्षणिक माहौल बदलना होगा। सांसद डुमरियागंज जगदम्बिका पाल ने कहा कि पूरे प्रदेश से शिक्षक जनपद में आकर अपने नवाचारों से जनपद को परिचित करा रहे हैं। निश्चित रूप से जनपद को इसका फायदा मिलेगा। कहा कि जनपद में 600 परिषदीय विद्यालयों का कायाकल्प हो चुका है। परिषदीय विद्यालयों में बेहतर शिक्षा व्यवस्था होने से नामांकन बढ़ रहा है। इटवा विधायक डॉ. सतीश द्विवेदी ने कहा कि प्राथमिक शिक्षा विकसित समाज की नींव के पत्थर हैं। यदि प्राथमिक शिक्षा मजबूत होगी तो निश्चित रूप से देश का सर्वांगीण विकास होगा। कार्यक्रम को भाजपा जिलाध्यक्ष लालजी त्रिपाठी व उप्र प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष राधेरमण त्रिपाठी ने भी संबोधित किया। बेसिक शिक्षा अधिकारी राम ¨सह ने सभी आगंतुकों को मोमेंटों देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम में जिलाधिकारी कुणाल सिल्कू, जिला विद्यालय निरीक्षक राजबहादुर मौर्य, डायट प्रवक्ता केके चतुर्वेदी, बीईओ सीमा पांडेय, रीता गुप्ता, सीबी पांडेय, अभिमन्यु सहित नागेंद्र प्रताप ¨सह, सुरेंद्र श्रीवास्तव, रीतेश श्रीवास्तव, योगेंद्र पांडेय, नसीम अहमद, रूपेश ¨सह, अरुण त्रिपाठी, शिवकुमार शुक्ला, अभय श्रीवास्तव, अंबरीश, शैलेश श्रीवास्तव, मुकुल मिश्रा, आशुतोष उपाध्याय आदि मौजूद रहे।
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आज आएंगे 41 नवाचारी बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा सोमवार को आयोजित सेमिनार में प्रदेश के सभी मंडल से कुल 41 नवाचारी शिक्षक सम्मिलित होंगे। इसके अलावा जनपद के 21 शिक्षक भी अपने नवाचार को प्रस्तुत कर रहे हैं। पहले दिन बलिया के उमेश कुमार ¨सह, हापुड़ से कोमल त्यागी, एटा से हेमरतन दक्ष, आजमगढ़ से प्रज्ञा राय, जौनपुर से डॉ. विभा शुक्ला, गाजीपुर से प्रियंका यादव, गोरखपुर से श्वेता ¨सह, वाराणसी से रवींद्र कुमार ¨सह ने अपना प्रस्तुतिकरण दिया। जबकि सिद्धार्थनगर से पशुपति नाथ दूबे व दयाशंकर पांडेय ने अपने नवाचारों से सभी को परिचित कराया।