गर्माता रहा दूसरे दिन भी शिक्षकों के निलंबन का मामला
एटा: सकीट विकास खंड में मिड-डे मील योजना की लेखपालों द्वारा कराई गई जांच के बाद रिपोर्ट...
एटा: सकीट विकास खंड में मिड-डे मील योजना की लेखपालों द्वारा कराई गई जांच के बाद रिपोर्ट पर निलंबित किए गए शिक्षकों का मामला दूसरे दिन भी गर्माता रहा। सदर एसडीएम व ज्वाइंट मजिस्ट्रेट महेंद्र ¨सह तंवर से शिक्षक संगठनों के पदाधिकारियों ने वार्ता की व फिर साक्ष्य के साथ लेखपालों की रिपोर्ट को झूठा साबित करते हुए कार्रवाई निरस्त किए जाने की मांग उठाई। राशैम ने दो दिन में सकारात्मक परिणाम न मिलने पर न्यायालय तो अन्य संगठनों ने आंदोलन की चेतावनी दी।
स्कूलों में कराई गई जांच को लेकर फिलहाल प्रशासन अपने ही जाल में फंस गया। रिपोर्ट तैयार करने में हुई गड़बड़ी और उसके बाद बिना नोटिस दिए 31 प्रधानाध्यापकों के निलंबन की कार्रवाई को लेकर शिक्षक संगठन विरोध में लामबंद हुए हैं। दूसरे दिन तहसील में जहां राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के पदाधिकारियों में जिलाध्यक्ष राजकुमार पाराशर, विश्वनाथ ¨सह आदि ने मुलाकात कर प्रशासन की स्थिति को भांपते हुए ज्वाइंट मजिस्ट्रेट से वार्ता की।
पदाधिकारियों से कहा गया कि जांच रिपोर्ट में गलती की जांच पुन: कराई जा रही है। जो भी निर्दोष शिक्षक होंगे डीएम से वार्ता कर कार्रवाई वापस ली जाएगी। उन्हें प्राथमिक शिक्षक संघ के नेता वीरपाल ¨सह ने भी सकीट ब्लॉक क्षेत्र में कार्रवाई और लेखपालों की झूठी जांच के साक्ष्यों के साथ कार्रवाई को गलत ठहराया व निलंबन निरस्त करने की मांग एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर की। इस दौरान शिक्षक नेता लोकपाल ¨सह, विवेक यादव, अभिलाख ¨सह, प्रवीन फौजी के अलावा निलंबन से प्रभावित शिक्षक मौजूद थे। संगठन ने भी एलान किया है कि इस तरह झूठी रिपोर्ट पर आंखे बंद कर की गई कार्रवाई को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।