पीसीएस-जे परिणाम की समय सीमा तय, बाकी पर चुप्पी
राज्य ब्यूरो, प्रयागराज : यूपीपीएससी ने साल 2018 के सबसे अंत में शुरू की गई सिविल जज भर्ती यानी पीसीएस जे, भर्ती परीक्षा के लिए सीमा तय करते हुए हाईकोर्ट में हलफनामा तक दे रखा है। इसकी मुख्य परीक्षा से ही साल 2019 का परीक्षा कैलेंडर भी तैयार किया गया है लेकिन, इससे पहले हुई अन्य परीक्षाओं व दो-तीन साल से लटके परिणाम की कोई सीमा तय नहीं की है। परिणाम किसी नियम पर आधारित न होकर यूपीपीएससी की मनमर्जी से जारी हो रहे हैं।
एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती, एई/जेई, सहायक सांख्यिकीय अधिकारी समेत अन्य परीक्षाओं के परिणामों को लंबित रखने के यूपीपीएससी में यह हालात तब बने हैं जब सीबीआइ जांच छह माह से ठप होने के चलते स्टाफ कम होने का बहाना नहीं है। मुख्य सचिव की ओर से यह आदेश भी हैं कि लंबित परिणामों को जल्द से जल्द जारी करें। यूपीपीएससी ने विभिन्न भर्तियों की परीक्षा कराने के बाद इसके परिणाम जारी करने की कोई सीमा रेखा ही तय नहीं की है लेकिन, पीसीएस जे 2018 के तहत 610 पदों पर सिविल जजों की भर्ती के लिए इलाहाबाद हाईकोर्ट में समय सीमा का हलफनामा तक देकर और उसी अनुसार प्रक्रिया अपनाकर स्टाफ की कमी के बहाने को भी झुठला दिया है। एई/जेई के पद भरने के लिए तो यूपीपीएससी कई आश्वासन के बावजूद रिजल्ट जारी नहीं कर सका है। न ही इन परिणामों को जारी करने की कोई समय सीमा तय की है।