फर्जी मार्कशीट से पासपोर्ट बनवाने का भंडाफोड़
शोभित श्रीवास्तव, लखनऊ । मदरसा बोर्ड की फर्जी मार्कशीट से पासपोर्ट बनवाने का बड़ा मामला सामने आया है। इसमें मार्कशीट फर्जी होने के साथ ही उसका सत्यापन तक रजिस्ट्रार के फर्जी हस्ताक्षर व मुहर से किया जा रहा था। ताजा मामला बरेली में पकड़ में आया है। वहां 52 मामले ऐसे मिले हैं जिन्होंने मदरसा बोर्ड की फर्जी मार्कशीट लगाने के साथ ही सत्यापन में भी फर्जीवाड़ा किया है। इसमें मदरसा बोर्ड के भी कर्मचारियों के शामिल होने की आशंका है। मदरसा बोर्ड ने इस मामले की एफआइआर दर्ज करा रहा है।
बरेली में बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद यह साफ हो गया है कि इसमें कोई बड़ा गिरोह सक्रिय है। खास बात यह है कि आवेदकों की मार्कशीट को जब सत्यापन के लिए भेजा जाता है तो उसे भी मदरसा बोर्ड के फर्जी पत्र जारी कर सत्यापन किया जा रहा है। बरेली पासपोर्ट ऑफिस के अधिकारियों को जब शक हुआ तो उन्होंने मदरसा बोर्ड को सत्यापन वाला पत्र भेजा।
जांच में पता चला कि जिस पत्रंक संख्या 1109, दिनांक 16 अक्टूबर, 2018 में यह पत्र निर्गत दिखाया गया है वह फर्जी है। इसे रजिस्ट्रार एसएन पाण्डेय के साथ ही वरिष्ठ सहायक अरुण कुमार तिवारी के जाली हस्ताक्षर से जारी किया गया है। इसमें मुहर भी जाली लगी है। छानबीन में यह भी पता चला कि जिस डिस्पैच संख्या का हवाला इस पत्र में दिया गया है उसमें जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी आजमगढ़ को पत्र भेजा गया है। यह पत्र चार अक्टूबर 2018 को जारी हुआ है।
मदरसा शिक्षा परिषद के रजिस्ट्रार एसएन पाण्डेय ने बताया कि फिलहाल बरेली के 52 मामले पकड़ में आए हैं। बरेली के पासपोर्ट अधिकारी को इन सभी के पासपोर्ट जारी न करने का पत्र भेज दिया गया है।