एक छत के नीचे 'प्राइमरी का मास्टर' से जुड़ी शिक्षा विभाग
की समस्त सूचनाएं एक साथ

"BSN" प्राइमरी का मास्टर । Primary Ka Master. Blogger द्वारा संचालित.

जनपदवार खबरें पढ़ें

जनपदवार खबरें लखनऊ महराजगंज इलाहाबाद प्रयागराज गोरखपुर उत्तर प्रदेश सिद्धार्थनगर फतेहपुर गोण्डा कुशीनगर बदायूं सीतापुर बलरामपुर संतकबीरनगर देवरिया बस्ती रायबरेली बाराबंकी फर्रुखाबाद वाराणसी हरदोई उन्नाव सुल्तानपुर पीलीभीत अमेठी अम्बेडकरनगर सोनभद्र बलिया हाथरस श्रावस्ती सहारनपुर बहराइच मुरादाबाद कानपुर जौनपुर अमरोहा लखीमपुर खीरी मथुरा फिरोजाबाद रामपुर गाजीपुर बिजनौर शाहजहांपुर बागपत बांदा प्रतापगढ़ मिर्जापुर जालौन चित्रकूट कासगंज ललितपुर मुजफ्फरनगर अयोध्या चंदौली गाजियाबाद हमीरपुर महोबा झांसी अलीगढ़ गौतमबुद्धनगर संभल हापुड़ पडरौना बुलंदशहर देवीपाटन फरीदाबाद

Search Your City

देवरिया : एनसीईआरटी की पुस्तक में लखनऊ गंगा किनारे

0 comments

एनसीईआरटी की पुस्तक में लखनऊ गंगा किनारे



पवन कुमार मिश्र ’ देवरिया । सातवीं कक्षा में पढ़ाई जाने वाली एनसीईआरटी के सामाजिक विज्ञान विषय के हमारा पर्यावरण पुस्तक में बच्चों को गलत जानकारी दी जा रही है। इसके चलते छात्र व शिक्षकों में भ्रम की स्थिति बनी हुई है। 1सीबीएसई से मान्यता प्राप्त सभी विद्यालयों में एनसीईआरटी की पुस्तकें पढ़ाई जाती हैं। इसके हमारा पर्यावरण पुस्तक में लखनऊ शहर को गंगा तट पर स्थित होने व एंडीज पर्वत श्रृंखला को दक्षिण अफ्रीका में स्थित होने की जानकारी दी गई है। जो गलत है। पुस्तक के अध्याय आठ के पेज 62 पर मानव-पर्यावरण अन्योन्यक्रिया: उष्णकटिबंधीय एवं उपोष्ण प्रदेश में बताया गया है कि गंगा-ब्रह्मपुत्र के मैदानी भाग में कई बड़े शहर एवं कस्बे स्थित हैं। अगली पंक्ति में लिखा है कि इलाहाबाद, कानपुर, वाराणसी, लखनऊ, पटना एवं कोलकाता जैसे 10 लाख से अधिक आबादी वाले शहर गंगा नदी के तट पर ही स्थित हैं। 1विषय विशेषज्ञ कहते हैं कि गंगा के मैदानी क्षेत्र में लखनऊ शहर स्थित है, लेकिन गंगा के मैदानी क्षेत्र के गोमती तट की बजाए गंगा तट का जिक्र किए जाने से भ्रम की स्थिति बनी हुई है। इसी पुस्तक के अध्याय सात मानवीय पर्यावरण: बस्तियां, परिवहन एवं संचार में पेज 49 पर एंडीज पर्वत क्षेत्र को दक्षिणी अफ्रीका क्षेत्र में स्थित होने की गलत जानकारी दी गई है, जबकि ऐंडीज पर्वत श्रृंखला दक्षिण अमेरिका के पश्चिमी तट पर स्थित है। दो जगहों पर गलत जानकारी प्रकाशित होने से न केवल छात्र, बल्कि शिक्षक भी भ्रमित हैं। जबकि एनसीईआरटी की पुस्तकें प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में उपयोगी मानी जाती हैं। 1पुस्तक में प्रकाशित गलत जानकारीपुस्तक में प्रकाशित गलत जानकारी से सीबीएसई के अधिकारियों को अवगत कराया जाएगा। इसके लिए पत्र लिखा जाएगा। बच्चों को सही जानकारी दी जानी चाहिए।1शिवचंद राम, जिला विद्यालय निरीक्षक, देवरियाएनसीईआरटी की पुस्तक में प्रकाशित गलत जानकारी

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

महत्वपूर्ण सूचना...


बेसिक शिक्षा परिषद के शासनादेश, सूचनाएँ, आदेश निर्देश तथा सभी समाचार एक साथ एक जगह...
सादर नमस्कार साथियों, सभी पाठकगण ध्यान दें इस ब्लॉग साईट पर मौजूद समस्त सामग्री Google Search, सोशल नेटवर्किंग साइट्स (व्हा्ट्सऐप, टेलीग्राम एवं फेसबुक) से भी लिया गया है। किसी भी खबर की पुष्टि के लिए आप स्वयं अपने मत का उपयोग करते हुए खबर की पुष्टि करें, उसकी पुरी जिम्मेदारी आपकी होगी। इस ब्लाग पर सम्बन्धित सामग्री की किसी भी ख़बर एवं जानकारी के तथ्य में किसी भी तरह की गड़बड़ी एवं समस्या पाए जाने पर ब्लाग एडमिन /लेखक कहीं से भी दोषी अथवा जिम्मेदार नहीं होंगे, सादर धन्यवाद।