खंड शिक्षाधिकारी व प्रधानाध्यापिका को निलंबित करने के निर्देश
संवाद सूत्र, कमालगंज : प्राथमिक विद्यालयों में बच्चों को वितरित की जाने वाली यूनीफार्म और स्वेटर में किस कदर धांधली हुई, इसकी हकीकत तब सामने आ गई, जब गांव बलीपुर में चौपाल लगाए बैठे जिले के नोडल अधिकारी जीएस प्रियदर्शी के सामने शिकायतों का पिटारा खोल दिया। फर्जी सूचना देने पर खंड शिक्षाधिकारी व प्रधानाध्यापिका को निलंबित करने के निर्देश सचिव ने दिए। क्षेत्र में विकास कार्यों में शिथिलता बरतने पर खंड विकास अधिकारी को प्रतिकूल प्रविष्टि दी गई।
गुरुवार को बलीपुर गांव में नोडल अधिकारी जीएस प्रियदर्शी ने चौपाल के दौरान गर्भवती महिलाओं के तिलक लगाकर गोद भराई की और नौनिहालों को अन्नप्रासन करवाया। चौपाल में गांव की रामश्री ने शिकायत की कि उसकी पौत्री अंजली कक्षा चार में पढ़ती है। उसे अब तक स्वेटर नहीं दिया गया। विशाल व अर्पित की मां ने यूनीफार्म व जूता मोजा न दिए जाने की शिकायत की। सचिव ने बीएसए राम¨सह को फटकारते हुए कहा, सूची मे शत प्रतिशत वितरण दर्शाया गया है, जमीनी हकीकत कुछ और है। उन्होंने खंड शिक्षा अधिकारी रंगनाथ चौधरी व बलीपुर प्राथमिक विद्यालय की प्रधानाध्यापिका फरहत अय्यूब को निलंबित करने के निर्देश दिए। विद्यालय में पढ़ाई का स्तर सही न होने पर एनपीआरसी को एक माह तक विद्यालयों मे संबद्ध करने को कहा। बलीपुर गांव के विकास कार्य में शिथिलता पर खंड विकास अधिकारी (बीडीओ) रामजीलाल जायसवाल को प्रतिकूल प्रविष्टि देने के निर्देश सीडीओ को दिए। चौपाल में आवास, शौचालय व पेंशन पाने को लोगों की भीड़ रही। सीडीओ अपूर्वा दुबे, सीएमओ अरुण कुमार उपाध्याय, एसडीएम अमित असेरी, ईशान प्रताप ¨सह आदि मौजूद रहे। क्यों न तुम्हें बर्खास्त कर दिया जाए
मनरेगा से कराए गए कार्यो की समीक्षा कर रहे नोडल अधिकारी ने अधिकांश विकास कार्यों के स्टीमेट एक लाख रुपये के अंदर के देखे तो टीए राजेंद्र प्रसाद से पूछा, इस्टीमेट पांच लाख का क्यों नहीं बनता। इस पर टीए ने बताया कि तालाब के सुंदरीकरण का इस्टीमेट 1,29,000 रुपये था, लेकिन कार्य 93000 रुपये में हो गया। इतना सुनते ही सचिव की त्योरी चढ़ गई और टीए से बोले क्यों न तुम्हें बर्खास्त कर दिया जाए।