गुरुजी कब आए-गए, नए वर्ष से रहेगा हिसाब
-सभी परिषदीय विद्यालय में बायोमीट्रिक हाजिरी व्यवस्था लागू करने के लिए प्रक्रिया शुरू
जागरण संवाददाता, औरैया : नए वर्ष से सरकारी विद्यालयों में शिक्षकों को आने-जाने के समय की पाबंदी का पालन हर हाल में करना होगा। बायोमीट्रिक हाजिरी व्यवस्था सभी विद्यालयों में शुरू हो जाएगी। वैसे तो यह योजना दो वर्ष पहले ही बन गई थी, लेकिन धरातल पर इसका क्रियान्वयन नहीं किया गया। अब सभी परिषदीय विद्यालयों में योजना के तहत हाजिरी व्यवस्था की तैयारी हो रही है। बेसिक शिक्षा परिषद के निदेशक ने बीएसए को निर्देशित किया है कि बायोमीट्रिक हाजिरी होने पर ही अब शिक्षकों और कर्मचारियों को वेतन दिए जाए।
शासन से जारी आदेश के तहत जिले के 1516 परिषदीय एवं 47 अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में बायोमीट्रिक मशीन लगाई जानी है। विभाग ने परिषदीय विद्यालयों में बायोमीट्रिक मशीन लगाए जाने की कवायद शुरू कर दी है। जनवरी तक सभी स्कूलों में यह व्यवस्था लागू हो जाएगी।
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शिक्षक नहीं कर सकेंगे नेतागीरी
अक्सर देखने को मिलता है कि शिक्षक स्कूल पहुंचकर रजिस्टर में हस्ताक्षर करके धरना प्रदर्शन व बीएसए कार्यालय में नेतागीरी करते नजर आते है, लेकिन नई व्यवस्था में अब वे ऐसा नहीं कर सकेंगे। उन्हें आते व जाते समय बायोमीट्रिक मशीन में अंगूठा लगाना पड़ेगा।
------- रख-रखाव करेंगे प्रि¨सपल, खराब होने पर होगा जुर्माना
बायोमीट्रिक मशीन के रख-रखाव के लिए विद्यालय के प्रधानाचार्य जिम्मेदार होंगे। मशीन खराब होने पर संबंधित विद्यालय पर जुर्माने की कार्रवाई की जाएगी।
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आकड़ों पर एक नजर :
प्राइमरी स्कूल में अध्यापकों की संख्या : 1,053
जूनियर विद्यालय में अध्यापकों की संख्या : 463
अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में अध्यापकों की संख्या : 141
शिक्षामित्रों की संख्या : 1479
--- क्या कहते हैं जिम्मेदार :
जिले के सभी परिषदीय व अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में बायोमीट्रिक मशीन लगाए जाने के निर्देश दिए गए हैं। जनवरी माह तक हर हाल में सभी विद्यालयों में यह प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।
- एसपी ¨सह, बीएसए