बाराबंकी : न्यायालय ने शिक्षक नेता नीता अवस्थी को किया दोषमुक्त
बाराबंकी : जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में आठ वर्ष पूर्व एक लिपिक से मारपीट व सरकारी कागजातों को फाड़ने के आरोप में चल रही न्यायिक प्रक्रिया के तहत सोमवार को न्यायालय ने शिक्षक नेता नीता अवस्थी को दोषमुक्त कर दिया। शिक्षक नेता ने कहा कि उन्हें न्यायिक प्रक्रिया पर पूरा भरोसा था। यहीं वजह है कि उन्हें न्याय मिला है।
मार्च वर्ष 2010 में उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश शर्मा के आह्वान पर भ्रष्टाचार विरोधी अभियान प्रदेश में चलाया गया था। इसके तहत जिले में भी जिलाध्यक्ष व प्रांतीय मंत्री नीता अवस्थी ने भी जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में विरोध प्रदर्शन किया था। जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय के एक लिपिक ने कार्यालय में घुसकर कागजात फाड़ने व मारपीट का आरोप उन पर लगाया था। मुकदमा दर्ज होने के दिन ही जिला प्रशासन द्वारा तत्कालीन शिक्षक विधायक देवीदयाल शास्त्री के साथ लखनऊ जाते समय में नीता अवस्थी को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। जमानत के पश्चात आठ वर्ष नौ माह तक न्यायिक प्रक्रिया चली। आठ वर्ष नौ माह बाद सोमवार को न्यायालय द्वारा नीता अवस्थी को दोष मुक्त किया गया। नीता अवस्थी के पक्ष में वरिष्ठ अधिवक्ता गयासुद्दीन किदवई, प्रेमकिशोर टंडन, आरके शुक्ला, सुनीत अवस्थी, देवशरण अवस्थी आदि वरिष्ठ अधिवक्ताओं ने अपना पक्ष प्रस्तुत किया था।