उत्तर पुस्तिका गायब, दांव पर प्रशिक्षुओं का भविष्य
सिद्धार्थनगर : जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान की लापरवाही से तीन प्रशिक्षुओं का भविष्य दांव पर लगा हुआ है। बीटीसी वर्ष 2015 बैच के इन प्रशिक्षुओं ने बीते मई माह में डा. मिथलेश मणि त्रिपाठी महाविद्यालय कोटिया गड़ोरी को बनाए गए परीक्षा केंद्र पर परीक्षा दी थी। पर इनकी विज्ञान विषय की उत्तर पुस्तिका ही गायब कर दी गई। नतीजतन यह चार माह से शासन सहित परीक्षा नियामक, निदेशक बेसिक शिक्षा व एससीआइआरटी तक से गुहार लगाते फिर रहे हैं।
प्रशिणार्थी मधुर श्याम, शिवसागर यादव व फजले अकबर ने इस वर्ष बीते 8 मई से 10 मई आयोजित हुई तृतीय सेमेस्टर की परीक्षा दिया था। बीते 15 सितंबर को जब परीक्षा परिणाम घोषित हुआ तो तीनों के विज्ञान विषय में मि¨सग कापी लिखकर आ गया। तीनों ने इसकी शिकायत बीते 17 सितंबर को डायट प्राचार्य से की। जब कोई संतोषजनक उत्तर नहीं मिला तो 18 सितंबर को सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकरण प्रयागराज को पत्र प्रेषित किया। 21 सितंबर को उत्तर प्रदेश शासन के जन सुनवाई पोर्टल पर भी इन्होंने अपनी शिकायत दर्ज कराई यहीं नहीं 27 सितंबर को सभी ने निदेशक एससीआईआरटी व निदेशक बेसिक शिक्षा लखनऊ सहित जिलाधिकारी तक से शिकायत पत्र के माध्यम से अपनी इस लापरवाही को बयां किया। तीन माह गुजरने के बाद भी उनकी शिकायत पर कोई अमल न होने से इन सभी का भविष्य दांव पर लगा हुआ है। प्रशिक्षु समाधान न होने की दशा में आत्मदाह करने तक की चेतावनी दे रहे हैं।
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परीक्षा केंद्र से कापियों का जो बंडल बंध कर आया उसे वैसे ही मूल्यांकन केंद्रों को भेज दिया गया था। परीक्षा नियामक के यहां से मेरे पास इस संबंध में पत्र भी आया था, जिसमें हमनें तीनों प्रशिक्षार्थियों की उपस्थिति व उनके परीक्षा में उपस्थित रहने का सभी प्रमाण प्रेषित कर दिया है। अब निर्णय परीक्षा नियामक को लेना है।
कोमल यादव
प्राचार्य डायट, बांसी