औरैया : धरने पर बैठे 180 शिक्षकों का कटेगा एक दिन का वेतन
जागरण संवाददाता, औरैया: बिना अनुमति लिए बीएसए कार्यालय के बाहर धरने पर बैठे शिक्षकों का एक दिन का वेतन कटेगा। बीएसए ने इसके लिए आदेश जारी करते हुए सभी से स्पष्टीकरण भी मांगा है। नवनियुक्त शिक्षकों का वेतन लगाने और अस्थाई रूप से संबद्ध शिक्षकों को उनके मूल विद्यालय में भेजने समेत अन्य मांगों को लेकर सोमवार को जिला मुख्यालय पर यूटा के बैनर तले शिक्षक धरने पर बैठे हुए थे। सभी का कहना है कि वे सीएल लेकर धरने पर बैठे हैं साथ ही दो दिन पूर्व बीएसए को मामले की सूचना दे दी गई थी।
सोमवार को ककोर स्थित बीएसए कार्यालय पर धरना प्रदर्शन में यूटा संगठन ने लेखा कार्यालय में भ्रष्टाचार और विभाग द्वारा शिक्षकों के शोषण के मुद्दे पर अधिकारियों, बाबू और अस्थायी रूप से सम्बद्ध शिक्षकों को जिम्मेदार ठहराया। जिलाध्यक्ष ओमजी पोरवाल ने कहा कि वे किसी भ्रष्टाचारी के आगे न तो समझौता करेंगे और न ही झुकेंगे। लेखा कार्यालय में अस्थायी रूप से तैनात शिक्षक दस वर्षों से विद्यालय में झांकने तक नहीं गए। शिक्षक उनसे शिकायत करते हैं कि लेखा कार्यालय का पूरा भ्रष्टाचार इन्हीं शिक्षकों के माध्यम से किया जा रहा है। जिले में 408 नवनियुक्त शिक्षक हैं तो जल्दी उनके ऑनलाइन सत्यापन कराकर और शपथ पत्र लेकर वेतन लगाया जाए। 15 दिन के अंदर शिक्षकों को वेतन नहीं मिला तो 26 जनवरी के बाद यूटा अनवरत धरना प्रदर्शन करेगा। धरना देने वालों में मुख्य रुप से अमन यादव, आलोक बाबू गुप्ता, ज्ञान प्रकाश बाथम, विनय वर्मा, विशाल पोरवाल, राशिद सिद्दीकी, विक्रांत पोरवाल, विपुल चौहान, शरद कुमार, आशीष त्रिपाठी, सुनील दत्त राजपूत, शिवेंद्र कुशवाहा, मनोज राठौर, प्रदीप गुप्ता सहित कई शिक्षक मौजूद रहे। क्या कहते हैं जिम्मेदार
डाक से या आनलाइन सत्यापन आते ही विभागीय प्रक्रिया पूरी कर शिक्षकों का वेतन लगा दिया जाएगा। बिना अनुमति लिए कार्यालय के बाहर धरना देने वाले सभी शिक्षकों का चिन्हित कर एक दिन का वेतन काटने के साथ ही स्पष्टीकरण मांगा जाएगा। - एसपी ¨सह, बीएसए