यूपी बोर्ड परीक्षा 2019: अतिसंवेदनशील परीक्षा केंद्रों की एसटीएफ करेगी निगरानी
यूपी बोर्ड परीक्षा में इस बार नकल रोकने के लिए सरकार विशेष सख्ती बरत रही है। अतिसंवेदनशील परीक्षा केंद्रों की एसटीएफ निगरानी करेगी।...
प्रयागराज, जेएनएन। यूपी बोर्ड परीक्षा में इस बार नकल रोकने के लिए सरकार विशेष सख्ती बरत रही है। मुख्य सचिव अनूप चंद्र पांडेय ने सभी मंडलायुक्तों व जिलाधिकारियों को परीक्षा में नकल पर अंकुश लगाने के लिए कड़े निर्देश जारी किए हैं। जिलों के अतिसंवेदनशील परीक्षा केंद्रों की एसटीएफ निगरानी करेगी और संवेदनशील केंद्रों की सूचना डीआइओएस एलआइयू से ले सकेंगे। यही नहीं परीक्षा केंद्रों के बाहर सशस्त्र पुलिस बल तैनात करने के निर्देश हुए हैं।
नियमित परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण
यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा 2019 की शुरुआत सात फरवरी से हो रही है, ये परीक्षाएं दो मार्च तक चलेंगी। निर्देश है कि हर जिले में 10 से 12 परीक्षा केंद्रों का सेक्टर बनाया जाए, वहां बाहर से नकल रोकने का जिम्मा सेक्टर मजिस्ट्रेट का रहेगा। कहा गया है कि प्रशासनिक अधिकारी नियमित परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण करेंगे। नकल रोकने के लिए हर कक्ष में दो सीसीटीवी कैमरे व वॉयस रिकॉर्डिंग के लिए डीबीआर लगाना अनिवार्य किया गया है। यदि केंद्र पर बिजली न रहे तो पूरे समय जेनरेटर चलाया जाए, ताकि कैमरे व डीबीआर कार्य करे। केंद्र व्यवस्थापकों को रिकॉर्डिंग सुरक्षित रखने का निर्देश है।
कक्ष निरीक्षक रखें पहचान पत्र व आधार
परीक्षा केंद्रों पर नियुक्त कक्ष निरीक्षकों को पहचानपत्र सहित आधार कार्ड रखना होगा। जिस विषय की परीक्षा होगी उस विषय का शिक्षक कतई तैनात नहीं किया जाएगा। यह भी निर्देश है कि हर परीक्षा केंद्र पर 50 प्रतिशत कक्ष निरीक्षक दूसरे विद्यालयों के नियुक्त होंगे। जिन कालेजों में बालिकाओं को स्वकेंद्र की व्यवस्था की गई है, वहां दूसरे स्कूल का अतिरिक्त केंद्र व्यवस्थापक सहित 50 प्रतिशत कक्ष निरीक्षक भी बाहर के होंगे।
पेट्रोलिंग टीम बनाएं डीआइओएस
मुख्य सचिव ने यह भी निर्देश दिया है कि नकल कराने में चिह्नित संवेदनशील जिलों के परीक्षा केंद्रों की निगरानी के लिए डीआइओएस पेट्रोलिंग टीम का गठन करेंगे। जिसमें सशस्त्र पुलिस बल व राजकीय कालेजों के शिक्षक रहेंगे और वे केंद्रों का औचक निरीक्षण करेंगे। निरीक्षण अधिकारी क्रमांकित कॉपियों के रखरखाव की भी निगरानी करेंगे। परीक्षा केंद्रों के निरीक्षण व व्यवस्थापन कार्य में लगे शिक्षक व केंद्र अधीक्षकों को लोक सेवक माना जाता है। यदि उनके साथ दुर्घटना होती है तो थानाध्यक्ष संज्ञेय अपराध के तहत प्राथमिकी दर्ज करें।