कस्तूरबा घोटाले की जांच करेंगे वाराणसी के एडी बेसिक
संवादसूत्र, सुलतानपुर : कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों के भवन निर्माण एवं विद्युतीकरण में करीब 52 लाख के घोटाले की जांच वाराणसी के एडी बेसिक को सौंपी गई है। इस मामले में गत दिवस तत्कालीन बीएसए मसीहुज्जमा सिद्दीकी निलंबित किए जा चुके हैं। इसी के साथ एक बार फिर बेसिक शिक्षा विभाग में व्याप्त अनियमितताओं का जिन्न फिर बोतल से बाहर आ गया है। सिद्दीकी सन् 25 जून 2008 से 12 अगस्त 2011 तक जिले में बीएसए के पद पर कार्यरत रहे। उस दौरान उन्होंने प्रत्येक विकास खंड मुख्यालयों पर निर्मित किए जा रहे कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय भवनों के निर्माण के लिए हाईकमान के निर्देश के बावजूद अनाधिकृत संस्था यूपीसीडी को कार्यदायी संस्था के रूप में चयनित कर लिया। करीब 52 लाख रुपये की शासकीय धनराशि अंधाधुंध खर्च की गई। इतना ही नहीं स्कूल भवनों के विद्युतीकरण में भी व्यापक पैमाने पर अनियमितताएं बरतीं और उन पर गबन के गंभीर आरोप लगे। शिक्षकों के तबादले में भी बड़े पैमाने पर नियमों की अवहेलना की गई। दर्जनों शिकायतें शासन तक पहुंची, लेकिन कार्यवाई सिफर रही। हालांकि इस बीच उनका तबादला महोबा और फिर हरदोई जिले के लिए हो गया। शासन-सत्ता बदली तब करीब डेढ़ साल पहले पें¨डग फाइलें खुलना शुरू हुईं। जांच के बाद पूर्व बीएसए को दोषी पाया गया। शासन के विशेष सचिव आनंद कुमार ¨सह ने गत दिवस हरदोई में तैनात रहे बीएसए सिद्दीकी को निलंबित करते हुए बेसिक शिक्षा निदेशक कार्यालय लखनऊ से संबद्ध करने के आदेश जारी किए। सर्व शिक्षा अभियान के जिला समन्वयक आनंद शुक्ल ने शासन की कार्रवाई को स्वीकार किया और बताया कि मामले में उच्च स्तरीय जांच शुरू हो चुकी है।