मंडी परिषद के उपनिदेशक निर्माण व बीएसए कार्यालय के लेखाकार पर कार्रवाई
हरदोई: मध्याह्न भोजन निधि की धनराशि के 12 करोड़ 72 लाख का हिसाब नहीं मिल पा रहा है। जिलाधिकारी के आदेश पर टीम जांच कर रह है लेकिन अभिलेख ही नहीं मिल पा रहे हैं। जांच की सूचना न उपलब्ध कराने के वित्त एवं लेखाधिकारी कार्यालय में तैनात लेखाकार को दोषी मानते हुए डीएम ने उन पर कार्रवाई का आदेश दिया है। वहीं दूसरी कार्रवाई मंडी परिषद के उपनिदेशक निर्माण पर हुई है। दोनों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के साथ ही प्रतिकूल प्रविष्टि देने के लिए विभाग को लेखा गया है।
बेसिक शिक्षा विभाग में विगत वर्षों में भेजी गई 15 करोड़ में से 12 करोड़ 72 लाख के उपभोग नहीं मिल पा रहे हैं। आडिट में मामला पकड़ में आया था और लोक लेखा समिति तक पहुंच गया है। मध्याह्न भोजन प्राधिकरण ने जिलाधिकारी को जांच के लिए पत्र लिखा था। जिस पर जिला पंचायत राज अधिकारी, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी व वित्त एवं लेखाधिकारी द्वारा जांच हो रही है। जिलाधिकारी पुलकित खरे ने बताया कि लेखाकार श्रवण कुमार मिश्रा द्वारा आदेशों की अवहेलना करते हुए जांच की सूचना नही उपलब्ध कराई गई है। लेखाकार के लेखा समिति प्रकरण में रूचि न लेकर शासन एवं उच्चाधिकारियों के आदेशों की अवज्ञा पर श्री मिश्रा के विरूद्व अनुशासनिक कार्यवाही करते हुए प्रतिकूल प्रविष्टि देने हेतु शासन को पत्र भेजा गया हैं। वहीं जिलाधिकारी ने बताया कि उप निदेशक निर्माण मंडी परिषद हरदोई अशोक कुमार से गड्ढामुक्त सड़कों के संबंध में पत्रवाली मांगी गई थी लेकिन उनके द्वारा गड्ढा मुक्त सड़कों संबंधी पत्रावली न प्रस्तुत करने एवं कार्य में अनियमितता बरतने पर प्रतिकूल प्रविष्टि देते हुए विभागीय कार्यवाही हेतु कृषि विभाग को पत्र भेजा गया है।
Posted By: Jagran