एमडीएम बंद होने पर महिलाओं ने किया प्रदर्शन
सीतापुर: जनज्ञान महासमिति मिश्रिख व उपवन महासमिति पिसावां के बैनर तले बुधवार को सरकारी स्कूलों में मिड-डे-मील का संचालन करने वाली सैकड़ों महिलाओं ने अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन किया। इन लोगों ने धरना स्थल से डीएम कार्यालय तक विरोध प्रदर्शन किया। महासंघ की अध्यक्ष रामरानी ने बताया कि हम सभी महिलाएं वर्ष 2008 से ग्रामीण बच्चों को अच्छा भोजन खिला रही हैं। संगठित होकर अच्छा कार्य कर रही हैं। इसी से हमारी पहचान बनी। इस मौके पर करौंदिया की मायावती ने कहा कि चार जनवरी को अचानक बीएसए द्वारा पत्र जारी कर एमडीएम व्यवस्था को उनसे हटा कर प्रधानों को स्थानांतरित कर दिया गया। इसके विरोध में संघ की महिलाओं ने क्रमश: 05, 07, 10, व 25 जनवरी को डीएम व बीएसए से वार्ता भी की थी। जिम्मेदार अफसरों ने उनको आश्वासन भी दिया था, लेकिन 27 जनवरी तक कोई भी लिखित आदेश नहीं मिला। जिससे उन लोगों को पुन: 28 जनवरी को डीएम से बातचीत करनी पड़ी। लेकिन फिर भी बात नहीं बनी। इसी नाराजगी के चलते संघ की महिलाओं ने अनिश्चित कालीन धरना शुरू किया। साथ ही इन लोगों ने डीएम कार्यालय में भी डेरा डाल दिया। इस दौरान सिटी मजिस्ट्रेट ने प्रदर्शन कर रही महिलाओं से वार्ता कर उन्हें समझाने की कोशिश की, लेकिन संगठन की महिलाएं नहीं मानी। समाचार लिखे जाने तक इन लोगों का विकास भवन के सामने धरना जारी था। इस मौके पर विमला, राजेश्वरी, सरोजनी, नीतू, आशा देवी, माया, रानी, रामरानी, लीलावती, नीलम, छेदाना आदि भारी संख्या में महिलाएं मौजूद रहीं।