विद्यालयों में मिड-डे मील खाकर बच्चे करेंगे हस्ताक्षर
हरदोई: परिषदीय विद्यालयों में बच्चों के मिड-डे मील में खेल रोकने के लिए एक नई व्यवस्था शुरू की गई है। अब विद्यालयों में भोजन वितरण रजिस्टर बनेगा और खाना खाने के बाद बच्चे उस पर हस्ताक्षर करेंगे। कक्षा एक और दो के जो बच्चे हस्ताक्षर नहीं कर पाएंगे उन्हें सिखाया जाएगा। प्रधानाध्यापक रोजाना बच्चों की संख्या जोड़कर पूरा हिसाब लिखेंगे।
विद्यालयों में बच्चों की संख्या में हमेशा खेल की शिकायतें आती रहती हैं। अधिकांश विद्यालयों में कम बच्चे उपस्थित होते हैं लेकिन उनकी संख्या अधिक दर्ज कर दी जाती है। उसे रोकने के लिए मध्याह्न भोजन प्राधिकरण ने नई व्यवस्था शुरू की है। जोकि अभी तक बांदा जिले में संचालित थी, अब उसे पूरे प्रदेश में लागू किया जा रहा है। मध्यांहन भोजन प्राधिकरण के निदेशक अब्दुल शमद की तरफ से सभी जिलों के बीएसए को पत्र जारी किया गया है। जिसमें साफ कहा गया कि जो भी बच्चा खाना खाए उसके नाम के आगे हस्ताक्षर कराए जाएंगे। कक्षा तीन से आठ तक के बच्चों के साफ हस्ताक्षर कराए जाएं और एक व दो के जो बच्चे हस्ताक्षर न कर सकेंगे उन्हें सिखाया जाए। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी हेमंतराव ने बताया कि प्राधिकरण के तरफ से आदेश जारी हो गया है। खंड शिक्षा अधिकारियों के माध्यम से इसे जिले में भी लागू कराया जा रहा है। छोटू लिखेंगे अ, आ
कक्षा एक और दो के बच्चों में बहुत से नाम नहीं लिख पाते हैं। इसके लिए अलग से व्यवस्था की गई है। इन बच्चों को हस्ताक्षर करना सिखाया जाएगा अगर कोई बच्चा हस्ताक्षर नहीं कर पाता है तो उसे एक शब्द जैसे अ, आ, इ, ई या क, ख, ग कुछ भी लिखना सिखा दिया जाएगा और रोजाना वह अपने के आगे वह शब्द लिखेगा उसी को उसका हस्ताक्षर माना जाएगा। पकड़ में आ जाएगा खेल
अमूमन जिन विद्यालयों में खेल होता है, वहां पर उपस्थिति रजिस्टर पर फर्जी हाजिरी लगा दी जाती है। नई व्यवस्था में ही हस्ताक्षरों में भी वैसा ही हो सकता है लेकिन अधिकारियों का कहना है कि ऐसा सरल नहीं है। जैसे जो बच्चा हस्ताक्षर करेगा और उसके कोई दूसरा करेगा तो अंतर होगा। इतना ही नहीं निरीक्षक के समय अधिकारी बच्चों के हस्ताक्षरों का मिलान भी कराएंगे। जिससे खेल पकड़ में आ जाएगा।
Posted By: Jagran