बच्चों की 'पाठशाला' में पढ़ रहे 'बड़े'
जागरण संवाददाता, उन्नाव : सर्व शिक्षा अभियान की कमजोर डोर को मजबूती देने का कार्य डायट कैं...
जागरण संवाददाता, उन्नाव : सर्व शिक्षा अभियान की कमजोर डोर को मजबूती देने का कार्य डायट कैंपस के परिषदीय स्कूलों के बच्चे कर रहे हैं। खुद पढ़ने के साथ वह अपनी 'पाठशाला' में निरक्षरों को साक्षर करने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। यही नहीं, वह अपने आस-पड़ोस की बस्तियों में जाकर वहां रह रहे लोगों से उनकी और उनके बच्चों की शिक्षा के बारे में भी पूछते हैं और इसके बाद शिक्षकों तक निरक्षर संदेश पहुंचा उनको शिक्षित करने का कार्य करते हैं। निरक्षरों को साक्षर करने की अनूठी पहल को बढ़ावा देने में शिक्षक उनके साथ है।
विद्यालय की इंचार्ज शिक्षका पूनम मिश्र व शिक्षामित्र बबीता बताती हैं कि विद्यालय में पढ़ने वाले 105 छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं। वह विद्यालय में शिक्षा लेने के बाद अपने घरों में जाकर आसपास के क्षेत्र में रहने वाले निरक्षर बच्चों व बड़ों को भी शिक्षा के लिए प्रेरित करते हैं। वह खुद पढ़ने के साथ आसपास की बस्तियों में पहुंचते हैं और वहां पाठशाला लगाकर वहां निरक्षरों को साक्षर करने के लिए प्रेरित करते हैं। इसमें वह पढाई से होने वाले लाभ व निरक्षर रह जाने से होने वाले नुकसान के बारे में भी बताते हैं। इसमें उनकी मदद विद्यालय के टीचर भी करते हैं। इसमें स्कूल स्तर पर बच्चों को प्रेरित करने के लिए हर संभव प्रयास भी होते हैं। बताया कि बच्चे एक मिशन के साथ सर्व शिक्षा अभियान को बढ़ावा देने में जुटे हैं।
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कापियों पर परखते मेहनत
विद्यालय के अभिषेक, शिवा, गौरव, विकास, कपिल और मुस्कान आदि छात्र-छात्राएं इस कार्य में लगे हैं। वह पहले शिक्षकों से मिली जानकारी कापी पर नोट करते हैं फिर इसके सहारे निरक्षरों को साक्षर करने का काम करते हैं।
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इंग्लिश मीडियम में तब्दील हुआ प्राइमरी स्कूल डायट
डायट कैंपस के प्रावि में सन 2017-18 में 89 बच्चे अध्ययनरत थे। बच्चों की लगन और शिक्षकों के प्रयास से यहां 2018-19 में संख्या बढ़कर 105 हो गई। अब यह विद्यालय इंग्लिश मीडियम प्राइमरी में तब्दील हो चुका है।