विद्यालय पर पुलिस का कब्जा, कहां पढ़े नौनिहाल
अभी तक आप लोगों ने असामाजिक तत्वों व भूमाफियों के द्वारा मकान और जमीन पर कब्जा करने की बात सुनी होगी, लेकिन गुन्नौर में जमीनों व जान की रक्षा करने वालों ने ही विद्यालय पर कब्जा कर लिया। जिस विद्यालय के भवन को बच्चों को पढ़ाने के लिए बनाया था। उस भवन में पुलिस आराम से रात के समय घर्राटे मार रही है। इतना ही नहीं पुलिस द्वारा बरामद की गईं, बाइक भी विद्यालय परिसर में ही खड़ी की जाती है। हर समय विद्यालय में पुलिस मौजूद रहने के चलते बच्चे भी पढ़ने आने से डर रहे हैं।...
चन्दौसी/ गुन्नौर: अभी तक आपने असामाजिक तत्वों व भूमाफिया द्वारा मकान और जमीन पर कब्जा करने की बात सुनी होगी, लेकिन गुन्नौर में जमीनों व जान की रक्षा करने वालों ने ही विद्यालय पर कब्जा कर लिया जिस विद्यालय के भवन को बच्चों को पढ़ाने के लिए बनाया था। उस भवन में पुलिस आराम फरमाती है। इतना ही नहीं, पुलिस द्वारा बरामद की गईं, बाइक भी विद्यालय परिसर में ही खड़ी की जाती है। हर समय विद्यालय में पुलिस मौजूद रहने के चलते बच्चे भी पढ़ने आने से डर रहे हैं।
कस्बा पतरिया की दूरी कोतवाली गुन्नौर से अधिक होने पर वहां एक पुलिस चौकी खोलने का प्रस्ताव पारित हुआ था, और आनन-फानन में कस्बा पतरिया पर स्कूल भवन में पुलिस चौकी स्थापित कर दी गई। समय महीनों के बाद सालों मे तब्दील होता गया, लेकिन आजतक पुलिस विभाग द्वारा अपनी पुलिस चौकी के लिए इमारत व जगह का कोई इंतजाम नहीं किया तभी से लगातार पतरिया पुलिस चौकी की पुलिस विद्यालय के कमरों पर कब्जा किए हुए है। स्कूल परिसर में जहां पर नौनिहाल पढाई के लिए पहुंचते है, तो वहां पर बच्चों का सामना प्रत्येक दिन पुलिस कर्मियों व आपराधिक व्यक्तियों से होता है। प्राथमिक विद्यालय परिसर में बनी इमारत के कमरों पर पुलिस का कब्जा बना हुआ है। स्कूल परिसर के परिसर में पुलिस द्वारा जब्त किए गए वाहनों को खड़ा किया जाता है। बच्चों के प्रार्थना स्थल से लेकर खेलकूद के स्थल तक पर पुलिस का कब्जा है। ऐसे में जहां शिक्षा का मन्दिर हो वहां पर पूरे दिन आवाजाही होने से बच्चों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। स्कूल परिसर में पुलिस की चहलकदमी के अलावा फरियादियों का भी आना जाना रहता है। इससे बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही है। मामले की जानकारी पुलिस अधिकारियों से लेकर बेसिक शिक्षा अधिकारियों को भी है, लेकिन अभी तक सभी अंजान बने हुए है। -विद्यालय में पुलिस रहती है। इस मामले की जानकारी मुझे नहीं है। अगर ऐसा है तो जल्द ही विद्यालय को पुलिस से खाली कराया जाएगा।
वीरेंद्र प्रताप ¨सह, बीएसए पुलिस के डर चलते नहीं होती पढ़ाई
पिछले कई वर्षों से विद्यालय में पुलिस का कब्जा है। इसके चलते तमाम बच्चे तो विद्यालय पहुंचते ही नहीं है जो बच्चे विद्यालय पहुंचते भी है तो वह भी पढ़ नहीं पा रहे हैं क्योंकि उन बच्चों को भी हर समय पुलिस से डर लगा रहता है। हालत यह हैं कि हर समय विद्यालय परिसर में पुलिस और बाहरी लोगों को जमाबड़ा लगा रहता है। इस हालात में बच्चे कैसे शिक्षा ग्रहण कर रहे होंगे यह आप भी समझ सकते है।