कैग टीम ने बीएसए कार्यालय में खंगाले अभिलेख, मचा हड़कंप
रायबरेली : सरकारी बजट में हेराफेरी करना शिक्षा विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों को भारी पड़ सकता है। मंगलवार को कैग (सीएजी) टीम ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के कार्यालय में डेरा डाल दिया है। इस दौरान कई दस्तावेजों को खंगाला। मौजूद कर्मचारियों से भुगतान संबंधी जानकारी ली। यह जांच 29 जनवरी तक चलेगी। तीन सदस्यीय टीम के आने से कार्यालय में पूरे दिन अफरा-तफरी का माहौल रहा।
केंद्रीय नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक सीएजी इलाहाबाद शाखा की टीम सुबह बीएसए कार्यालय पहुंची। तीन सदस्यीय टीम ने गुपचुप तरीके से जांच शुरू की। पहले तो कर्मचारी कुछ समझ नहीं पाए, लेकिन जब हकीकत पता चला तो उनके होश उड़ गए। टीम सदस्यों द्वारा एक के बाद एक करके भुगतान की जानकारी लेनी शुरू की तो फाइलों के खंगालने का काम शुरू हुआ। एक टेबल से दूसरी टेबल में अधिकारी से लेकर कर्मचारी तलाशते रहे। कई अधूरे दस्तावेज मिलने पर सदस्यों ने नाराजगी जताई। दिन भर टीम जांच करती रही। इस दौरान अधिकारी पल-पल की जानकारी लेते रहे। नाम न छापने के शर्त पर टीम के एक सदस्य ने बताया कि 29 जनवरी तक जांच चलेगी। इसके बाद जो भी रिपोर्ट होगी, वह उच्चाधिकारियों को दी जाएगी।
ट्रेजरी से होने वाले भुगतान की होगी जांच
सरकार की ओर से ट्रेजरी के माध्यम से होने वाले भुगतान की जांच कैग टीम करेगी। पहले दिन अब तक के हुए भुगतान की जानकारी ली। टीम के सदस्य ने बताया कि जांच पूरी तरह से गुप्त है।
खरीदे गए सामग्री की परखी जाएगी गुणवत्ता
सरकार की योजना का लाभ सही तरीके से दिलाया गया कि नहीं इसकी भी जांच कैग टीम कर रही है। इस दौरान गुणवत्ता को लेकर पूछताछ भी की जाएगी। इसमें स्थानीय कर्मचारी के साथ ही विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों को भी बुलाया जाएगा। कब किसे बुलाया जाएगा, इसकी जानकारी किसी को नहीं होगी।
Posted By: Jagran