‘गणतंत्र’ नहीं अधिकारी तंत्र, राष्ट्रीय अवकाश के दिन शिक्षक ट्रेनिंग को मजबूर
रायबरेली : पूरा देश इस वक्त 70 वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। पूरे देश में राष्ट्रीय अवकाश है लेकिन रायबरेली के शिक्षा विभाग में अभी भी ‘गण’ का ‘तंत्र’ नहीं बल्कि अधिकारीयों के तंत्र का बोलबाला है तभी आज के दिन बीआरसी केंद्र राही में ग्रेडेड लर्निंग प्रोग्राम की ट्रेनिंग हो रही है।
राही ब्लॉक संसाधन केंद्र में गणतंत्र दिवस पर भी पांच दिवसीय जीएलपी ट्रेनिंग दी जा रही है। ग्रेडेड लर्निंग प्रोग्राम की ट्रेनिंग प्रथम संस्था के सहयोग से शिक्षा विभाग चला रहा है। इस प्रोग्राम के तहत ये जानने की कवायद हो रही है कि परिषदीय स्कूलों में बच्चों को कितना पढ़ना लिखना आता है।
दरअसल सोमवार से ये जीएलपी ट्रेनिंग शुरू हुई थी। गुरूवार को गणेश चतुर्थी के दिन महिला शिक्षकों के अवकाश के कारण ये ट्रेनिंग नहीं हो सकी थी। ये तय हुआ कि किसी अगले कार्य दिवस के दिन इसे पूरा कराया जाएगा लेकिन खंड शिक्षा अधिकारी राधेश्याम त्रिपाठी ने एक तुगलकी फरमान जारी करते हुए सभी शिक्षकों को गणतंत्र दिवस के दिन ही ट्रेनिंग के लिए बुला लिया।
राही के खंड शिक्षा अधिकारी राधेश्याम त्रिपाठी के इस फरमान से शिक्षक कड़ाके की ठण्ड में ट्रेनिंग को मजबूर है। इसके अलावा ट्रेनिंग में तमाम महिला शिक्षिकाएं भी थी जो अपने बच्चो के साथ ट्रेनिंग में शामिल हुई थी।
गौरतलब है कि अभी शुक्रवार को ही बीएसए पी एन सिंह ने बीआरसी केंद्र राही का औचक निरीक्षण किया था और अनुपस्थित मिले नौ शिक्षकों का वेतन रोकते हुए स्पष्टीकरण मांगा था। साथ ही खंड शिक्षा अधिकारी राधेश्याम त्रिपाठी को फटकार भी लगाई थी।
खंड शिक्षा अधिकारी राधेश्याम त्रिपाठी ने बताया कि पहले तो बीएसए ने मौखिक आदेश दिया था कि इसे शनिवार तक पूरा करना है लेकिन आज जब ट्रेनिंग शुरू की तो उन्होंने इसे बंद कराने को कहा है। मै पोस्टमैन हूँ और जैसा आदेश मिलेगा वैसा ही करूंगा।
इस सम्बन्ध में जब बीएसए पी एन सिंह से बात की गई तो हमेशा की तरह उनका फोन नहीं उठा।