एनपीएस के विरोध में मुखर हुए शिक्षक और कर्मचारी
मैनपुरी, जागरण संवाददाता। न्यू पेंशन स्कीम (एनपीए) के खिलाफ शिक्षक-कर्मचारियों में पनप रहा आक्रोश सोमवार को उबाल ले गया। शिक्षक-कर्मचारियों के साथ संविदा स्वास्थ्य कर्मियों ने भी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। जुलूस निकाल केंद्र और प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। एस-4 संगठन के शिक्षक-कर्मचारियों ने कलक्ट्रेट का घेराव किया। सुरक्षा को तैनात पुलिस कर्मियों ने उनकी सांकेतिक गिरफ्तारी कर सभी को मुचलकों पर रिहा कर दिया। दिन भर धरना-प्रदर्शन और नारेबाजी का सिलसिला चलता रहा। जुलूस निकाल एस-4 संगठन ने दी सांकेतिक गिरफ्तारी: संयुक्त संघर्ष संचालन समिति (एस-4) के बैनर तले शिक्षक-कर्मचारी जुलूस निकालते हुए कलक्ट्रेट पहुंचे। जिलाधिकारी कार्यालय का घेराव कर कर प्रदर्शन किया। इस दौरान प्रांतीय मंत्री महेंद्र प्रताप ¨सह ने कहा कि न्यू पेंशन स्कीम छलावा है। हमें पुरानी पेंशन का अधिकार चाहिए। सरकार लाखों शिक्षक-कर्मचारियों के साथ धोखा कर रही है। अब आर-पार की लड़ाई शुरू हो चुकी है। सरकार अब भी न चेती तो लोकसभा चुनाव में इसका खामियाजा भुगतना होगा। सभी ने सांकेतिक रूप से गिरफ्तारी दी। बाद में प्रशासन ने लगभग तीन सैकड़ा से ज्यादा को मुचलकों पर रिहा कर दिया। इस मौके पर राजीव यादव, सुजीत चौहान, व्योम सक्सेना, प्रदीप कुमार, जितेंद्र, हरगो¨वद ¨सह, आलोक शाक्य, इमरान, अलकेश मिश्रा आदि मौजूद थे। कर्मचारी-अधिकारियों ने पार्क में दिया धरना: कर्मचारी, शिक्षक, अधिकारी पुरानी पेंशन बहाली मंच के बैनर तले तिकोनिया पार्क में इकट्ठे हुए और धरना दिया। जिलाध्यक्ष प्रणवीर यादव ने कहा कि सरकार अपने हाथों अपनी कब्र खोद रही है। विकास चौहान ने कहा कि सरकार का दोहरा मानदंड है। माननियों को पेंशन का लाभ दिया जा रहा है, लेकिन हम लोगों को नहीं। नारेबाजी करते हुए सभी ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा। धरना-प्रदर्शन के दौरान राजेश पांडेय, आशुतोष, अनुज मिश्रा, हेमेंद्र यादव, गो¨वद पांडेय, मनोज कश्यप, अनिल राजपूत, विपिन पाल आदि मौजूद थे। अनिश्चितकालीन हड़ताल पर संविदा स्वास्थ्य कर्मी: एनएचएम संविदा कर्मचारी संघ के तत्वावधान में स्वास्थ्य कर्मियों ने सीएमओ कार्यालय परिसर में धरना दिया। प्रदेश संगठन मंत्री संजय पंकज शर्मा ने कहा कि स्थायी तैनाती क साथ पुरानी पेंशन का लाभ हम हर हाल में लेकर रहेंगे। बार-बार सरकार के साथ वार्ता के बावजूद कोई निदान नहीं निकला। अब हड़ताल के सिवाय दूसरा रास्ता नहीं है। जब तब मांग पूरी नहीं होती है तब तक संविदा कर्मचारी काम-काज बंद करके अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रखेंगे। इस मौके पर अंबरीश यादव, डॉ. एसपी ¨सह, डॉ. अनिल यादव, अंजू यादव, डॉ. अंजना, अभय कुमार ¨सह, वैभव गुप्ता, डॉ. अंकिता ¨सह, प्रिया यादव, वाइपी ¨सह सहित बड़ी संख्या में संविदा स्वास्थ्य कर्मी मौजूद थे। चौपट रही शिक्षा, दफ्तरों में ताले: शिक्षक-कर्मचारियों की हड़ताल का असर व्यवस्थाओं पर भी पड़ा। सीएमओ कार्यालय परिसर में कई कार्यालयों में ताले लटकते रहे। जिसकी वजह से जरूरतमंदों को वापस लौटना पड़ा। जिला अस्पताल में एनसीडी क्लीनिक में भी कर्मचारी नहीं पहुंचे। शिक्षकों के हड़ताल पर रहने के कारण स्कूलों में कक्षाओं का संचालन प्रभावित हुआ। कहीं बच्चे खेलते रहे तो कहीं घर लौट गए। हड़ताल को देखते हुए किसी भी प्रकार के वैकल्पिक इंतजाम नहीं कराए गए थे।
Posted By: Jagran