एक छत के नीचे 'प्राइमरी का मास्टर' से जुड़ी शिक्षा विभाग
की समस्त सूचनाएं एक साथ

"BSN" प्राइमरी का मास्टर । Primary Ka Master. Blogger द्वारा संचालित.

जनपदवार खबरें पढ़ें

जनपदवार खबरें महराजगंज लखनऊ इलाहाबाद प्रयागराज गोरखपुर फतेहपुर सिद्धार्थनगर उत्तर प्रदेश गोण्डा बदायूं कुशीनगर सीतापुर बलरामपुर संतकबीरनगर देवरिया बस्ती रायबरेली बाराबंकी फर्रुखाबाद हरदोई वाराणसी उन्नाव सुल्तानपुर पीलीभीत अमेठी अम्बेडकरनगर सोनभद्र बलिया हाथरस सहारनपुर बहराइच मुरादाबाद कानपुर श्रावस्ती अमरोहा जौनपुर लखीमपुर खीरी मथुरा फिरोजाबाद रामपुर गाजीपुर बिजनौर बागपत शाहजहांपुर बांदा प्रतापगढ़ मिर्जापुर जालौन चित्रकूट कासगंज ललितपुर मुजफ्फरनगर अयोध्या चंदौली गाजियाबाद हमीरपुर महोबा अलीगढ़ झांसी गौतमबुद्धनगर संभल हापुड़ पडरौना देवीपाटन फरीदाबाद बुलंदशहर

Search Your City

लखीमपुर खीरी : स्कूल बैग के घपले में अलग-अलग दोनों के सुर ताल

0 comments

स्कूल बैग के घपले में अलग-अलग दोनों के सुर ताल


लखीमपुर: वर्ष 2016-17 में 18047 स्कूल बैग की खरीद बैग में 26.06 लाख रुपये के घपले की बात को बी...

लखीमपुर: वर्ष 2016-17 में 18047 स्कूल बैग की खरीद बैग में 26.06 लाख रुपये के घपले की बात को बीएसए बुद्धप्रिय ¨सह भले ही कोई गड़बड़ी न मान रहे हों लेकिन लेखा विभाग इलाहाबाद की इस ऑडिट रिपोर्ट को शत-प्रतिशत सही बता रहे हैं। लेखाधिकारी डॉ. दिलीप ¨सह के मुताबिक ऑडिट रिपोर्ट पर सवाल नहीं उठाया जा सकता है। क्योंकि यह रिपोर्ट वरिष्ठ लेखा परीक्षा अधिकारी की ओर लेखा विभाग और बीएसए को भेजी गई है। उन्होंने माना कि कार्रवाई न होने की दशा में लेखाधिकारी द्वारा बीएसए को पत्र भेजा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि मामले की गंभीरता को देखते हुए इस बाबत बीएसए को पत्र भेजा जाएगा।

कक्षा एक से लेकर कक्षा आठ तक के परिषदीय, सहायता प्राप्त जूनियर हाईस्कूल, सहायता प्राप्त मदरसे, राजकीय इंटर कॉलेज के छह से आठ तक के बच्चों तथा सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों के कक्षा एक से आठ आठ तक के छात्र-छात्राओं को निशुल्क बैग उपलब्ध कराने के लिए शासनादेश जारी किया गया था। बैग खरीदने के लिए 7.78 करोड़ रुपये आवंटित किए गए लेकिन, मंडलीय सहायक शिक्षा निदेशक द्वारा लेखाधिकारी कार्यालय के निर्देशानुसार लेखाधिकारी कार्यालय द्वारा जो उपभोग प्रमाण-पत्र उपलब्ध कराया गया, उसके अनुसार 539339 छात्र-छात्राओं को स्कूल बैग खरीदने में आवंटित पूरी धनराशि व्यय कर ली गई। जबकि ऑडिट में यू-डायस डाटा में छात्र-छात्राओं की संख्या 521292 पाई गई। बीएसए बुद्धप्रिय ¨सह कहते हैं कि यह कोई गड़बड़ी नहीं है, जबकि लेखा विभाग इस मामले में पूरी तरह सही बता रहा है। लेखाधिकारी का कहना है कि कार्रवाई न करना अलग बात है लेकिन, गड़बड़ी की ऑडिट रिपोर्ट सही है।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

महत्वपूर्ण सूचना...


बेसिक शिक्षा परिषद के शासनादेश, सूचनाएँ, आदेश निर्देश तथा सभी समाचार एक साथ एक जगह...
सादर नमस्कार साथियों, सभी पाठकगण ध्यान दें इस ब्लॉग साईट पर मौजूद समस्त सामग्री Google Search, सोशल नेटवर्किंग साइट्स (व्हा्ट्सऐप, टेलीग्राम एवं फेसबुक) से भी लिया गया है। किसी भी खबर की पुष्टि के लिए आप स्वयं अपने मत का उपयोग करते हुए खबर की पुष्टि करें, उसकी पुरी जिम्मेदारी आपकी होगी। इस ब्लाग पर सम्बन्धित सामग्री की किसी भी ख़बर एवं जानकारी के तथ्य में किसी भी तरह की गड़बड़ी एवं समस्या पाए जाने पर ब्लाग एडमिन /लेखक कहीं से भी दोषी अथवा जिम्मेदार नहीं होंगे, सादर धन्यवाद।