एक छत के नीचे 'प्राइमरी का मास्टर' से जुड़ी शिक्षा विभाग
की समस्त सूचनाएं एक साथ

"BSN" प्राइमरी का मास्टर । Primary Ka Master. Blogger द्वारा संचालित.

जनपदवार खबरें पढ़ें

जनपदवार खबरें महराजगंज लखनऊ इलाहाबाद प्रयागराज गोरखपुर फतेहपुर सिद्धार्थनगर उत्तर प्रदेश गोण्डा बदायूं कुशीनगर सीतापुर बलरामपुर संतकबीरनगर देवरिया बस्ती रायबरेली बाराबंकी फर्रुखाबाद हरदोई वाराणसी उन्नाव सुल्तानपुर पीलीभीत अमेठी अम्बेडकरनगर सोनभद्र बलिया हाथरस सहारनपुर बहराइच मुरादाबाद कानपुर श्रावस्ती अमरोहा जौनपुर लखीमपुर खीरी मथुरा फिरोजाबाद रामपुर गाजीपुर बिजनौर बागपत शाहजहांपुर बांदा प्रतापगढ़ मिर्जापुर जालौन चित्रकूट कासगंज ललितपुर मुजफ्फरनगर अयोध्या चंदौली गाजियाबाद हमीरपुर महोबा अलीगढ़ झांसी गौतमबुद्धनगर संभल हापुड़ पडरौना देवीपाटन फरीदाबाद बुलंदशहर

Search Your City

आजमगढ़ : बिना किताबों के हो गई छमाही परीक्षा

0 comments

आजमगढ़ : बिना किताबों के हो गई छमाही परीक्षा

जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : सर्वशिक्षा अभियान के तहत प्रतिवर्ष सरकार अरबों रुपये जहां खर्च कर रही है वहीं विभाग सरकार के मंशा पर पूरी तरह से पलीता लगाने में जुटा हुआ है। जनपद के परिषदीय विद्यालयों में छमाही परीक्षा हो गई और अभी भी तमाम ऐसे विद्यालय हैं जहां पर किताबें पूरी पहुंच ही नहीं पाई हैं। जबकि विभाग का दावा है कि सभी विद्यालयों के लिए यहां से विभिन्न विषयों की 22 लाख 8 हजार 555 किताबें सभी विकास खंड को भेज दी गई है। सच देखा जाए तो ठेकेदारों ने इसमें खेल कर रखा है। इन्होंने ब्लाक मुख्यालय व एबीआरसी से अभी तक स्कूलों तक किताबों को पहुंचाया ही नहीं। जबकि बच्चों का रजिस्ट्रेशन जुलाई माह से ही शुरू हो गया था।

जनपद में कुल बाइस विकास खंड हैं। हर विकास खंड एबीआरसी है। बेसिक शिक्षा कार्यालय से सभी एबीआरसी को किताबें 14 दिसंबर 2018 को भेज दी गई है। ऐसे में एबीआरसी की जिम्मेदारी होती है कि वह किताबों को विद्यालय तक पहुंचाएं लेकिन पूरे जनपद में कुछ विद्यालयों को छोड़ दिया जाए तो अभी तक तमाम विद्यालयों पर किताबें पहुंची ही नहीं है। जो किताबें भेजी गई हैं उसमें कलरव, संस्कृत , गिनतारा, हमारा परिवेश, आओ समझें विज्ञान, हमारा पर्यावरण, गृहशिल्प, हमारा इतिहास व नागरिक जीवन, गणित, मंजरी आदि शामिल हैं। विभाग की मानें तो ठेकेदारों ने भी इसमें खेल कर रखा है। वह किताबों को बीआरसी से पहुंचा भी नहीं रहे हैं और धौंस भी दे रहे हैं। कुछ ठेकेदार मनमानी करते हैं। इसकी वजह से किताबें जगह-जगह ठंप पड़ी है। मार्टीनगंज प्रतिनिधि के अनुसार एबीआरसी तक अभी तक किताब ही नहीं पहुंची है। मार्टिनगंज खंड शिक्षा कार्यालय क्षेत्र में पांच अंग्रेजी माध्यम के विद्यालय चयनित किए गए हैं। इसमें सिकरौर सहबरी, फुलेश, सिसवारा, बनगांव निकासीपुर शामिल हैं। इन विद्यालयों में अंग्रेजी माध्यम से बच्चों को शिक्षा देने के लिए अध्यापक और अध्यापिकाओं की नियुक्ति की गई है। ऐसे में पढ़ाई कैसे होती है, इसका सहज ही अनुमान लगाया जा सकता है। फुलेश प्राथमिक विद्यालय में कुछ अलग देखने को मिला। यहां प्राथमिक इंग्लिश मीडियम स्कूल में 440 बच्चो का रजिस्ट्रेशन हुआ है। बच्चों को पढ़ाने के लिए अंग्रेजी माध्यम से पांच अध्यापकों की नियुक्ति की गई और बकायदा अर्धवार्षिक परीक्षा मात्र दो ही किताबों से करवा दी गई।

--------------

किताबों को एबीआरसी को भेज दी गई हैं। अगर किताबें नहीं पहुंचती हैं तो संबंधित के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी। ठेकेदार लापरवाही बरतते हैं तो उनके खिलाफ लिखा जाएगा।

देवेंद्र कुमार पांडेय : बेसिक शिक्षा अधिकारी।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

महत्वपूर्ण सूचना...


बेसिक शिक्षा परिषद के शासनादेश, सूचनाएँ, आदेश निर्देश तथा सभी समाचार एक साथ एक जगह...
सादर नमस्कार साथियों, सभी पाठकगण ध्यान दें इस ब्लॉग साईट पर मौजूद समस्त सामग्री Google Search, सोशल नेटवर्किंग साइट्स (व्हा्ट्सऐप, टेलीग्राम एवं फेसबुक) से भी लिया गया है। किसी भी खबर की पुष्टि के लिए आप स्वयं अपने मत का उपयोग करते हुए खबर की पुष्टि करें, उसकी पुरी जिम्मेदारी आपकी होगी। इस ब्लाग पर सम्बन्धित सामग्री की किसी भी ख़बर एवं जानकारी के तथ्य में किसी भी तरह की गड़बड़ी एवं समस्या पाए जाने पर ब्लाग एडमिन /लेखक कहीं से भी दोषी अथवा जिम्मेदार नहीं होंगे, सादर धन्यवाद।