फर्रुखाबाद : विद्यालय व बच्चों को मिलेगा सुरक्षा व संरक्षा का आवरण
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : विभिन्न स्थानों पर हुई दुर्घटनाओं के मद्देनजर स्कूली छात्रों की...
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : विभिन्न स्थानों पर हुई दुर्घटनाओं के मद्देनजर स्कूली छात्रों की सुरक्षा की ²ष्टि से शासन की ओर से अब विस्तृत दिशा निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
विद्यालय भवन व भवन के बाहर सुरक्षा में छुट्टी के समय शिक्षकों की उपस्थिति में गेट के बाहर बच्चों को सड़क पार कराने सहित 10 सुरक्षा ¨बदु शामिल किए गए। परिसर की सुरक्षा में बाउंड्रीवाल व गेट, हाइटेंशन लाइन गुजरने की स्थिति में उसे शिफ्ट कराने जैसे कई निर्देश शामिल हैं। कक्षाओं की सुरक्षा में दोनों दरवाजे खुले रखने, कक्षाओं में अलमारी या बुक केस न रखने की बात कही गई है। आपदा से बचाव में बाढ़ प्रभावित स्कूलों के लिए भी कार्ययोजना है। इसके साथ ही विद्यालय स्तर पर आपदा प्रबंधन समिति में एसएमसी सदस्य, समन्वयक, थाना प्रभारी, अग्निशमन अधिकारी, स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी, आंगनबाड़ी कार्यकत्री, एएनएम व मेधावी छात्रों को शामिल किया जाएगा। आकाशीय बिजली, लू, शीतलहर, गैस रिसाव से बचाव के लिए मॉकड्रिल व प्रशिक्षण भी होगा। आपदा से बचाव को 25 ¨बदुओं पर कार्य होगा। बाल संरक्षण, जल स्वच्छता व बीमारियों की रोकथाम, भूकंप से सुरक्षा के साथ ही मिड-डे मील के लिए भी सुरक्षा मानक तय किए गए। भोजन पकाने से वितरण तक रसोईघर में बाहरी व्यक्ति के प्रवेश को प्रतिबंधित किया गया।
बीएसए राम¨सह का कहना है कि 25 जुलाई 2016 को भदोही में मिनी बस के रेल से टकराने पर 10 स्कूली बच्चों की मृत्यु, 2013 में बिहार के छपरा में मिड-डे मील खाने से 23 बच्चों की जान चले जाने व तमिलनाडु में कुंभकोणम के एक स्कूल में एमडीएम बनाने के दौरान लगी आग से वर्ष 2004 में 93 बच्चों की मौत जैसी घटनाओं को रोकने के लिए शासन ने निर्णय लिया है। विद्यालय सुरक्षा, संरक्षा व आपदा न्यूनीकरण दिशानिर्देश कार्यपुस्तिकाएं शासन से आ गईं। इन्हें हर स्कूल में क्रियान्वयन को उपलब्ध कराया जाएगा। परामर्श समिति के लिए पत्रावली जिलाधिकारी को प्रस्तुत की जाएगी।