पुरानी पेंशन बहाली को लेकर बुलंद की आवाज
देवरिया : कर्मचारी शिक्षक अधिकारी पुरानी पेंशन मंच के आह्वान पर शिक्षकों व कर्मचारियों ने सोमवार को कलेक्ट्रेट परिसर में आवाज बुलंद की। शिक्षक व कर्मचारियों ने धरना-प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी की। मंच के पदाधिकारियों ने 28 जनवरी को मशाल जुलूस, छह फरवरी से 12 फरवरी तक प्रदेशव्यापी हड़ताल व उसके बाद अनिश्चितकालीन हड़ताल के निर्णय से अवगत कराया।
जिलाध्यक्ष शैलेंद्र कुमार ¨सह ने कहा कि वर्षों से पुरानी पेंशन बहाली की मांग की जा रही है। अब समय आ गया है। यह लड़ाई निर्णायक दौर में है। प्रदेश के 130 संगठन एक मंच पर आकर आरपार की लड़ाई व आंदोलन कर रहे हैं। पुरानी पेंशन योजना बहाली के लिए लड़ाई जारी रहेगी। जिला संयोजक अशोक कुमार पांडेय ने कहा कि नेशनल पेंशन स्कीम शिक्षकों व कर्मचारियों के लिए मीठा जहर है। सरकार संवेदनशील नहीं है। सरकार हठधर्मिता से बाज आए, अन्यथा शिक्षक व कर्मचारी सबक सिखाएंगे। सह संयोजक हेमा त्रिपाठी ने कहा कि केंद्र व प्रदेश सरकार में शामिल नुमाइंदे पांच लाख रुपये तक पेंशन पाते हैं। जबकि एनपीएस में आने वाले शिक्षकों व कर्मचारियों को पांच हजार की भी गारंटी नहीं है। सह संयोजक चंद्रप्रकाश पांडेय ने कहा कि अधिकारियों, शिक्षकों व कर्मचारियों की एकजुटता शीघ्र ही अपनी मांग को मनवाने में सफल होंगे। सह संयोजक मारकंडेय तिवारी ने कहा कि लोकतंत्र में सामाजिक व आर्थिक कल्याण के लिए सरकार को संवेदनशील होना चाहिए। सह संयोजक सुरेश यादव ने कहा कि पुरानी पेंशन बहाली में आनाकानी नहीं चलेगी। धरना सभा को अमरेंद्र तिवारी, जयप्रकाश मणि, केएन राय, ऋषिकेश जायसवाल, रमेश कुमार यादव, आनंद प्रकाश यादव, जयप्रकाश ¨सह, मनोज पांडेय, संजय मिश्र, निर्भय नारायण ¨सह, गो¨वद मिश्र आदि ने संबोधित किया।
Posted By: Jagran